हजारीबाग: झारखंड की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है, जब वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने का निर्णय लिया। यह घोषणा हाल ही में केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद की गई थी और इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर हेमंत विश्व शर्मा ने भी साझा की थी। इस घटनाक्रम पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
हजारीबाग के बड़खा गांव विधानसभा क्षेत्र की विधायक अंबा प्रसाद ने चंपई सोरेन की भाजपा में शामिल होने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अंबा प्रसाद ने कहा कि चंपई सोरेन एक सीनियर नेता हैं और उनके बारे में टिप्पणी करना उनके लिए उचित नहीं होगा। उन्होंने यह भी इशारा किया कि पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल होना राजनीति में हमेशा प्रभावी नहीं रहता है और इसके परिणाम अक्सर नकारात्मक हो सकते हैं, जैसा कि लोकसभा चुनावों में कुछ नेताओं के पार्टी बदलने से हुआ था।
अंबा प्रसाद ने कहा, “हम जब से राजनीति में आए हैं, तब से चंपई सोरेन को राजनीति करते हुए देख रहे हैं। बड़े नेताओं का पार्टी बदलना कहीं न कहीं नुकसान का कारण बन सकता है। जनता नई पार्टी के साथ नेता को स्वीकार कर पाएगी या नहीं, यह एक बड़ा सवाल है।” उन्होंने यह भी कहा कि उनका अपना नाम भी दिल्ली में चर्चा में था, लेकिन उन्होंने इसे केवल अफवाह करार दिया और स्पष्ट किया कि उनके बीजेपी में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है।
अंबा प्रसाद ने कहा कि उनके परिवार ने विपक्ष से संघर्ष किया है और हमेशा जनता के हित में मुखर रहे हैं। वे हमेशा जनता के साथ मजबूती से खड़े रहते हैं और अपने क्षेत्र में दिन-रात काम करते हैं।