डिजीटल डेस्क : Donald Trump के चुनाव जीतते ही भारत में 6 नए Trump Tower बनाने की घोषणा। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने के एक हफ्ते के भीतर ही भारत को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने अप्रत्यक्ष तौर पर दुनिया के लिए भारत से अपने संबंधों के बाबत एक नया संदेश दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी ‘द ट्रंप आर्गनाइजेशन’ ने भारत में 6 नए सुपर लग्जरी श्रेणी वाले Trump Tower बनाने की घोषणा की है। भारतीय रियल इस्टेट बाजार में ‘द ट्रंप आर्गनाइजेशन’ की ओर से पहले से ही 4 Trump Tower हैं और नए परियोजना के साकार होते ही इनकी कुल संख्या 10 हो जाएगी।
नए Trump Tower की शुरूआत यूपी के नोएडा से…
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी ‘द ट्रंप आर्गनाइजेशन’ की ओर घोषित नई परियोजनाओं के बारे में बताया गया कि बनने वाले 6 नए Trump Tower में से पहले चरण में 3 नए Trump Tower पर काम शुरू होगा। इनमें से उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश के नोएडा को चुना गया है।
नोएडा के अलावा दक्षिण भारत में बंगलुरु और हैदराबाद में नए Trump Tower बनेंगे। दूसरे चरण में पुणे, मुंबई और गुरुग्राम में Trump Tower का निर्माण किया जाएगा।
बता दें कि गुरुग्राम, पुणे और मुंबई में पहले ही Trump Tower संचालित हैं और इसीलिए नई परियोजना के तहत इस बार आर्थिक तौर पर निवेशकों के बीच क्रेजी माने जाने वाले नोएडा पर कंपनी ने फोकस किया है। नोएडा से ही नई परियोजना शुरू करना तय किया गया है।
नए बनने वाले Trump Tower से कुल 15 हजार करोड़ से भी अधिक के कारोबार होने का डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी ‘द ट्रंप आर्गनाइजेशन’ को अनुमान है। ‘द ट्रंप आर्गनाइजेशन’ के भारतीय पार्टनर कंपनी ट्रिबेका डेवलपर्स की टीम डोनाल्ड ट्रंप के ड्रीम प्रोजेक्ट को जल्द ही धरातल पर उतारने में जुट गई है।

वैश्विक स्तर पर बड़े मायने हैं डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी के भारत के प्रति इस रुचि के…
नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी ‘द ट्रंप आर्गनाइजेशन’ की भारत में विशेष रुचि को लेकर वैश्विक अर्थ बाजार में खासी हलचल है। अचानक से ‘द ट्रंप आर्गनाइजेशन’ की भारत में दिलचस्पी को पूरी दुनिया के अग्रणी कारोबारी अचंभित निगाहों से देख रहे हैं और इसके तमाम मायने अपने-अपने अनुसार निकाल रहे हैं।
इसके पीछे सबसे अहम पहलू यह है कि नई परियोजनाओं के शुरू होते ही अमेरिका के अलावा ‘द ट्रंप आर्गनाइजेशन’ की बाहरी देशों में सबसे ज्यादा परिसंपत्तियां भारत में हो जाएंगी।
वैश्विक अर्थ जगत में डोनाल्ड ट्रंप को गंभीर सियासतदां की ही भांति दूरदर्शी निगाहों वाला सफल कारोबारी भी आंका जाता है और कहा जाता है कि डोनाल्ड ट्रंप या उनकी कंपनी काफी सोच-समझ लेने के बाद ही निवेश या दोस्ती के लिहाज के अपने कदम आगे बढ़ाते हैं एवं सामने वाले से हाथ मिलाते हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि भारतीय बाजार के पोटेंशियल और यहां से अर्थोपार्जन की अच्छी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति की कंपनी ने परियोजनाओं को यहां विस्तार देना तय किया है।
इसके साथ ही एक अन्य वजह भारत से ट्रंप की अनकही पुरानी निकटता और अमेरिका चुनाव में भारतीय मूल के वोटरों के मिला साथ भी माना जा रहा है।
मौजूदा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी निकटता डोनाल्ड ट्रंप कई बार सार्वजनिक तौर पर जाहिर कर चुके हैं तो पीएम नरेंद्र मोदी भी कुछ यही संदेश दुनिया को तब दिया था जब दूसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव जीतने पर डोनाल्ड ट्रंप को उन्होंने बधाई दी थी।

Trump Tower परियोजनाओं पर भारतीय पार्टनर ट्रिबेका डेवलपर्स ने साझा की जानकारियां…
पूरी दुनिया में सुर्खियों में आए Trump Tower पहले भी गाहे-बगाहे सुर्खियों में रहता रहा है। यह अमेरिका के न्यूयार्क के मैनहॉटन में स्थित एक बहुमंजिला इमारत है। इसी में ‘द ट्रंप आर्गनाइजेशन’ का कार्यालय भी है। इसी इमारत में डोनाल्ड ट्रंप विलासता वाला पेंटागन-हाउस भी है। वर्ष 2019 तक अपने परिवार के साथ डोनाल्ड ट्रंप यहीं रहा करते थे।
ऐसे ही बहुमंजिली इमारतों वाली Trump Tower परियोजनाएं कंपनी की ओर से भारत में शुरू की गई हैं। इनमें सुपर लग्जरियस आवासीय और रिहायशी फ्लैट किराए या बिक्री पर मुहैया कराए जाते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी ‘द ट्रंप आर्गनाइजेशन’ के Trump Tower परियोजनाओं पर भारत में शुरू ही पार्टनर के तौर काम कर रही ट्रिबेका डेवलपर्स के संस्थापक कल्पेश मेहता ने कुछ अहम जानकारी देश के एक अग्रणी अंग्रेजी दैनिक से साझा भी की है।
कल्पेश मेहता के मुताबिक, ट्रंप के स्वप्निल परियोजनाएं मूर्त रूप लेकर भारत की मूल्यवान धरोहर बन सकें, उसी लक्ष्य पर पूरे जुनून के साथ ट्रिबेका डेवलपर्स की टीम जुटी हुई है।
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