गढ़वा: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने गढ़वा में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा। मरांडी ने कहा कि झारखंड में बीते पांच वर्षों में सत्ता दलालों, बिचौलियों और भ्रष्टाचारियों के हाथों में रही है, जिससे प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने बताया कि झारखंड में जितनी भी परीक्षाएं हुईं, चाहे वह जेपीएससी हो या जेएसएससी, सभी में पेपर लीक के मामले सामने आए हैं, जिससे लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है।
मरांडी ने आरोप लगाया कि सरकार ने युवाओं को केवल झूठे वादों से गुमराह किया है। उन्होंने कहा कि पांच लाख नौकरी का वादा किया गया था, लेकिन नौजवानों को नौकरी देने के बजाय उन्हें गर्मी में दौड़ाया गया, जिससे 19 बच्चों की जान तक चली गई। इसके बावजूद राज्य सरकार पर कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में महिलाओं और गरीबों के हितों के नाम पर किए गए सभी वादे—चूल्हा खर्च, शादी में सोने का सिक्का, और सालाना आर्थिक मदद—पूरी तरह से अधूरे रह गए हैं।
मरांडी ने कहा, “झारखंड में चोरी, डकैती, हत्या, अपहरण जैसी घटनाओं में वृद्धि हुई है, और महिलाएं तक सुरक्षित नहीं हैं। राज्य की संपत्तियों, जैसे बालू, कोयला, और पत्थरों को खुलेआम लूटा जा रहा है, और आम नागरिकों का धन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।”
जनता से अपील करते हुए मरांडी ने कहा कि राज्य की लूट और भ्रष्टाचार को समाप्त करने का यह सही मौका है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “डबल इंजन की सरकार” बनाने की बात की, जिससे झारखंड में विकास की गति तेज होगी। उन्होंने वादा किया कि भारतीय जनता पार्टी के शासन में सड़क, बिजली, उद्योग, सिंचाई जैसी सुविधाओं का विकास होगा और राज्य को विकास की नई दिशा मिलेगी।
मरांडी ने अपने संबोधन में झारखंड के सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस विधानसभा चुनाव में वर्तमान सरकार को हटाकर भाजपा को सत्ता में लाने का संकल्प लें ताकि झारखंड में स्थायी और पारदर्शी विकास सुनिश्चित हो सके।