Ranchi-किसी को लूट की छूट नहीं-आदिवासी होने के कारण किसी को लूट की छूट नहीं दी जा सकती है. जब तक इस लुटेरी सरकार को हम उखाड़ कर नहीं फेकेंगे, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे. यह कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का. उन्होंने कहा है कि भाजपा हमेशा से विपक्षी दल के धर्म का निर्वाह करती आई है, इसी के तहत हमने डेढ़ साल पहले ही इस सरकार को साहेबगंज में खनिज पदार्थों की अवैध खनन और लूट को लेकर सचेत किया था.
लेकिन मेरी बात को गंभीरता से नहीं ली गयी. सरकार के संरक्षण में रात्रि समय जल मार्ग से माल ढुलाई की नियम को भी धत्ता बताते हुए ढुलाई होने दिया गया. उसका नतीजा है साहेबगंज में खनिज की लूट.केवल एक जिला में ही एक हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है.
सत्ताधारी और विपक्ष लोकतंत्र के पहिये, किसी को लूट की छूट नहीं
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता और विपक्ष दो पहिये की तरह होते है सत्ता में जो दल रहता है वो सरकार चलाती है। अगर सरकार रास्ते से भटक जाए तो विपक्ष उसे रास्ते मे लाने की कोशिश करती है.
लोकतंत्र की यही खूबसुरती है। लेकिन राज्य की हेमन्त सरकार लोकतंत्र की मर्यादा से बाहर जा रही है और विपक्ष जो सरकार के काले कारनामे की पोल खोल रही है उसे डराने और धमकाने की कोशिश करती है.
इस सरकार में अमूमन देखा जाता है कि राज्य की पुलिस का प्रयोग एक टूल की तरह किया जाता है जबकि पुलिस का काम है अपराधियों को पकड़ने की। हद तो तब हो जाती है जब पुलिस शिकायत करने वालों को ही गिरफ्तार करके झूठे मुकदमों में फंसा दिया जाता है.
भाजपा के कार्यकर्ताओं को धमकी देने पर कहा
मरांडी ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के द्वारा भाजपा के कार्यकर्ताओं को धमकी देने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा वाले लगातार हेमन्त सरकार की भ्रस्टाचार के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाते रहते उसे परेशान होकर हेमन्त सरकार उल जुलूल बयान बाजी कर रही है.
अब उन्हें डराने और धमकाने का काम कर रहे है। ऐसी धमकियों से भाजपा के कार्यकर्ता डरने वाले नही है। हम सब उसका मुकाबला डट कर करेंगे।
उन्होंने मीडिया बंधुओं से आग्रह करते हुए कहा कि भाजपा की प्रखंडों में होने वाली धरना प्रदर्शन के खबरों को प्रमुखता से छापे ताकि सरकार को भाजपा के कार्यकर्ताओं को पहचानने में मुश्किल न हो और मेहनत न करना पड़े उनपर करवाई करने में.
आदिवासी होने के कारण हेमन्त सोरेन को लूट का लाइसेंस नहीं
मरांडी जी ने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा आदिवासी होने का रोना रोते रहते है
तो उनको बताना चाहिये कि क्या आदिवासी होने के कारण
उनको राज्य की जनता सत्ता सौंप कर राज्य की सम्पति को लूटने का लाइसेंस दे दी है.
आप राज्य के कस्टोडियन है इसकी रक्षा करना आपकी जिम्मेदारी है
अगर आप इसे लुटाइयेगा तो भाजपा चुप नही बैठेगी.
मोदी से भी 10 घंटे तक की पूछ ताछ एसआईटी कर चुकी है
मरांडी ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को इडी के द्वारा समन भेजे जाने के सवाल के जबाब में कहा कि
यह घटना कोई पहली घटना नहीं है.
इससे पहले मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्हें भी एसआईटी के द्वारा
10 घंटे तक पूछ ताछ की जा चुकी है
और वे सरलता और सहजता के साथ एसआईटी के पास गए थें.
आडवाणी जी पर जब आरोप लगा था तो वे संसद से इस्तीफा दे दिया था
और घोषणा की थी कि जब तक आरोप मुक्त नहीं हो जाऊंगा संसद में नहीं आऊंगा,
लेकिन आज जिस प्रकार से हेमन्त सोरेन को इडी के द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया है
उस पर तमाशा किया जा रहा है वो बहुत ही हास्यास्पद है.
दलालों और विचौलियों के हाथों दे दिया गया है राज्य को
मरांडी ने राज्य की महागठबंधन सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि
राज्य की हेमन्त सोरेन की सरकार पर दलाल और विचौलिये हावी है.
एक प्रकार से कहे तो राज्य की सरकार दलाल और विचौलिये ही चला रहे है.
तभी तो मुख्यमंत्री के सुरक्षा में तैनात सिपाही का
अत्याधुनिक हथियार विचौलिये के घर से बरामद हो रहा है.
ट्रांसफर पोस्टिंग हो जाने के बाद भी उसे
वापस ले लिया जाता है इन विचौलियों के कारण.
कहा कि भाजपा इसे सहन नही कर सकती.
अब सरकार ने सभी मर्यादाओं को तोड़ दिया है.
सरकार के दमन से भाजपा कार्यकर्ता डरने वाले नही हैं.
हमारा आंदोलन आगामी 7नवंबर से शुरू हो रहा
और तब तक चलेगा जब तक सरकार को उखाड़ नहीं देंगे.
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