बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के सामने रखी कई मांगें

 रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उत्तराखंड में आयोजित हो रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के सामने कई मांगें रखी हैं।

इस शिविर में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भाग ले रहे हैं। गुप्ता ने सीसीयू खोलने की योजना में आने वाली परेशानियों को लेकर चिंता व्यक्त की है।

उन्होंने बताया कि बाध्यता वाली शर्तों और जमीन की समस्याओं के कारण सीसीयू स्थापित करने में परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के बजाय राज्य की जरूरतों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

उन्होंने मदद की मांग की है, जैसे कि सीसीयू चलाने के लिए रेकर्डिंग कॉस्ट को बढ़ाने की। इसके अलावा, गुप्ता ने केंद्र से राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर के लिए 445 करोड़ रुपये के बकाया को जल्दी निकालने की मांग की है।

उन्होंने कहा है कि यह राशि राज्य को स्वास्थ्य योजनाओं के बेहतर नियंत्रण में मदद करेगी। इसे प्राप्त करने के लिए, आवश्यक कागजी कार्रवाई करके पहले ही मार्च में केंद्र को भेज दिया गया है।

शिविर के पहले दिन, गुप्ता ने केंद्र से सरकारी स्कूलों में योग शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आर्थिक मदद की मांग की है।

उन्होंने कहा है कि यदि सरकारी स्कूलों में योग चिकित्सकों की नियुक्ति हो जाए, तो लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होगा।

इससे स्वास्थ्य के सामान्य समस्याओं पर मेडिकल खर्च में लगभग 30 प्रतिशत की कमी होगी। गुप्ता ने कहा है कि योग से शरीर स्वस्थ रहेगा और मन और सेहत भी ठीक रहेंगे।

उन्होंने वर्तमान में योग शिक्षकों को मिलने वाली मानदेय की राशि को भी बढ़ाने की मांग की है, जिसे स्वास्थ्य मंत्री मांडविया से किया गया है।

गुप्ता ने कहा है कि वर्तमान में योग शिक्षकों को प्रतिदिन 250 रुपये की मानदेय दी जाती है, जो काफी कम है, इसे बढ़ाना चाहिए।

उन्होंने कहा है कि यदि स्कूल में योग शिक्षकों को बहाल करने में समस्या है, तो कम से कम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में योग शिक्षकों की नियुक्ति और आर्थिक सहयोग की अनुमति दी जानी चाहिए।

 

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