कोडरमाः ब्लू स्टोन के अवैध कारोबार के खिलाफ कोडरमा में प्रशासन ने साल की दूसरी सबसे बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के तहत वाइल्ड लाइफ, वन प्रमंडल, जिला प्रशासन, खनन विभाग और कोडरमा पुलिस संयुक्त रूप से अभियान चलाकर लोकाई के जंगली क्षेत्र में तकरीबन 10 एकड़ भूभाग पर अवैध उत्खनन के कारोबार को नष्ट करने में जुटे है।
20 फरवरी को की गई थी कार्रवाई
इस अभियान में कोडरमा के अलावे हजारीबाग, गिरिडीह और चतरा वाइल्डलाइफ की टीम शामिल है। वाइल्डलाइफ के डीएफओ अवनीश चौधरी की अगवाई में इस कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है। इससे पहले इसी साल 20 फरवरी को इन जंगली क्षेत्र में फैले ब्लू स्टोन के अवैध कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी और बड़ी-बड़ी मशीनों को खदानों में ही नष्ट किया गया था, लेकिन उस कार्रवाई के बाद खनन माफिया फिर से अवैध कारोबार में जुट गए थे।
कई मशीनों को किया गया नष्ट
सुबह 10 बजे से ही अधिकारी और पुलिस के जवान अभियान में जुटे हैं और मशीनों को नष्ट करने के साथ-साथ तकरीबन 10 जेसीबी मशीनों की मदद से खदानों को भरने की कार्रवाई भी की जा रही है। लोकाई के इस वाइल्ड लाइफ प्रक्षेत्र में जहां एक पत्ता तोड़ने तक की मनाही होती है, वहां खनन माफिया बड़े पैमाने पर ब्लू स्टोन का अवैध उत्खनन कर रहे थे।
राजस्थान में तराशे जाते है ब्लू स्टोन
लोकाई के खदानों से ब्लू स्टोन का उत्खनन कर उसे तराशने के लिए राजस्थान भेजा जाता है, जहां इसकी अच्छी खासी कीमत भी मिलती है। अभियान का नेतृत्व कर रहे वाइल्ड लाइफ के डीएफओ अवनीश चौधरी ने बताया कि माइका बंद होने के बाद इस क्षेत्र में ब्लू स्टोन का अवैध कारोबार शुरू हुआ था। समय-समय पर छापेमारी की गई थी। लेकिन इस साल यह दूसरी सबसे बड़ी कार्रवाई है। जिसके तहत खदानों को भरा जा रहा है और यहां लगे कंप्रेसर मशीन, जनरेटर मशीन को नष्ट करने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में अवैध उत्खनन होने से जंगल के साथ-साथ जंगली जानवरों को भी नुकसान पहुंच रहा था।
रिपोर्टः अमित कुमार