रांची : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद झारखंड में आतंकियों के स्लीपर सेल के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) लगातार छापेमारी अभियान चला रही है। हाल ही में धनबाद के वासेपुर क्षेत्र से एक महिला सहित चार संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद एटीएस को राज्य में फैले एक बड़े आतंकी नेटवर्क के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं।
एटीएस के अधिकारियों के अनुसार, इनपुट के आधार पर जल्द ही और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। चारों गिरफ्तार आरोपियों को जल्द ही रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की जाएगी, ताकि नेटवर्क के अन्य सदस्यों और उनकी गतिविधियों का खुलासा हो सके।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की जांच रिपोर्ट के आधार पर भी झारखंड एटीएस ने अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ाया है। दिल्ली पुलिस ने वर्ष 2023 में रांची के प्रसिद्ध रेडियोलॉजिस्ट डॉ. इश्तियाक को गिरफ्तार किया था, जो अलकायदा इन इंडिया सब कंटिनेंट (AQIS) के झारखंड मॉड्यूल का मास्टरमाइंड बताया गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद राज्य में सक्रिय स्लीपर सेल के बारे में अहम सुराग मिले थे।
एटीएस की छानबीन में यह भी सामने आया कि झारखंड में आतंकियों का एक संगठित नेटवर्क सक्रिय है। इसके अलावा लोहरदगा के फैजान उर्फ फैज का मामला भी सामने आया था, जिसे एनआईए ने वर्ष 2023 में गिरफ्तार किया था। फैजान पर आरोप था कि वह आईएसआईएस के विदेशी संचालकों के संपर्क में था और इंटरनेट मीडिया के जरिए भारत में आतंकी विचारधारा का प्रचार कर रहा था। वह युवाओं को भड़काऊ वीडियो के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों से जोड़ने की कोशिश कर रहा था।
पहलगाम आतंकी घटना के बाद झारखंड एटीएस की सक्रियता और बढ़ गई है। अधिकारी राज्य में आतंक के इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए पूरी ताकत से जुटे हैं। आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासे और गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है।