पटना : बिहार में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रही है वैसै-वैसे सभी पार्टियां एक्शन मोड में दिख रही है। कल यानी रविवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव मोतिहारी में चुनावी बिगुल फूंके। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। यह बैठक 26 मार्च को शाम सात बजे आयोजित की जाएगी। बिहार भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद डॉ. संजय जायसवाल (Dr. Sanjay Jaiswal) के आवास पर बैठक बुलाई गई है। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बिहार प्रभारी विनोद तावड़े, बिहार के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल भी शामिल होंगे। इस दौरान बिहार चुनाव को लेकर रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही चुनावी तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।
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BJP के प्रमुख नेता इस बैठक के माध्यम से चुनावी दिशा-निर्देश देंगे
आपको बता दें कि माना जा रहा है कि भाजपा के प्रमुख नेता इस बैठक के माध्यम से चुनावी दिशा-निर्देश देंगे और बिहार में एनडीए के चुनावी प्रचार को गति देने की योजना बनाएंगे। इसे लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। सभी की नजर अब इस बैठक पर रहेगी, क्योंकि इसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं, जो आगामी बिहार चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं।
इस साल होने वाले हैं बिहार विधानसभा चुनाव
दरअसल, इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर नेता तैयारी में जुट गए हैं। एनडीए का कहना है कि इस बार भी सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार चुनाव लड़ा जाएगा। हाल ही में मंत्री संजय सरावगी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे नेता हैं और जाहिर है कि हम उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। इसलिए किसी को मन में कोई शंका नहीं रखनी चाहिए।
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नीतीश कुमार के समय में बिहार पुनः वापस तरक्की के रास्ते पर है – संजय जायसवाल
इससे पहले भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के समय में बिहार पुनः वापस तरक्की के रास्ते पर है और जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सहयोग मिल रहा है। मुझे उम्मीद है कि बिहार जल्द ही नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा। भाजपा सांसद ने पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में 1990 से 2005 तक एक ऐसा शासन आया, जिसने बिहार को 1947 की स्थिति में पहुंचाने का काम किया। बिहार पहले केवल हत्या और अपहरण के लिए ही जाना जाता था, लेकिन आज बिहार बदल चुका है।
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अंशु झा की रिपोर्ट