पटना: बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम भी घोषित हो गया है और सफल अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं लेकिन अभी भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ अभ्यर्थी लगातार परीक्षा रद्द कर दुबारा लेने की मांग कर रहे हैं तो दूसरी तरफ अभी भी विवाद लगातार जारी है। पटना हाई कोर्ट में भी BPSC का मामला लंबित है। एक बार फिर बीपीएससी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कोचिंग संचालकों पर बड़ा आरोप लगाया है।
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BPSC ने कहा निराधार है आरोप
BPSC की तरफ से कहा गया कि कुछ कोचिंग संचालकों द्वारा कथित रूप से सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा है कि चार जनवरी को आयोजित परीक्षा में नया प्रश्न पत्र का सेट प्रिंट नहीं करवाया गया था बल्कि 13 दिसंबर को आयोजित परीक्षा के लिए प्रिंट कराये गए अप्रयुक्त प्रश्न पत्र के सेट का ही उपयोग किया गया था। मामले में आयोग ने स्पष्ट किया कि 4 जनवरी को आयोजित 70वीं संयुक्त प्रारंभिक पुनर्परीक्षा के लिए प्रावधान के अनुसार तीन नए प्रश्न पत्र सेट प्रिंट कराये गए और एलिमेंट ऑफ़ सरप्राइज के तहत एक सेट से परीक्षा कराया गया।
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आयोग ने स्पष्ट किया है कि नए प्रश्न पत्र सेट प्रिंट करवाने के कारण ही पुनर्परीक्षा में 21 दिनों का समय लगा। BPSC ने सोशल मीडिया पर प्रचारित पुराने प्रश्न पत्र के सेट से परीक्षा लिए जाने की बात को निराधार बताया है। आयोग ने अवांछित तत्वों पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए अफवाह फ़ैलाने का आरोप लगाया है।
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पटना से महीप राज की रिपोर्ट