Desk. आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी और दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों सहित पांच लोगों पर टीडीपी विधायक की शिकायत के बाद हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। पूर्व सीआईडी प्रमुख पीवी सुनील कुमार और पूर्व खुफिया प्रमुख पीएसआर अंजनेयुलु दो आईपीएस अधिकारी हैं, जिन पर मामला दर्ज किया गया है।
आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम पर हत्या की कोशिश का मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अपनी शिकायत में उंडी विधायक के रघुराम कृष्ण राजू ने आरोप लगाया है कि उन्हें 2021 में हैदराबाद में सीआईडी द्वारा गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने जगन मोहन रेड्डी और अन्य अधिकारियों पर उनके खिलाफ आपराधिक “साजिश” रचने का आरोप लगाया है। राजू पहले वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के साथ थे।
उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी गिरफ्तारी के बाद उन्हें स्थानीय मजिस्ट्रेट के सामने पेश नहीं किया गया। उन्होंने यह भी दावा किया है कि सीआईडी के पास ट्रांजिट गिरफ्तारी वारंट नहीं था, और उन्हें गुंटूर में एजेंसी के कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया था।
आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम पर हत्या की कोशिश का क्या है मामला
राजू ने शिकायत में आरोप लगाया है, “14 मई, 2021 को मुझे बिना उचित प्रक्रिया के गिरफ्तार कर लिया गया, मुझे धमकाया गया, अवैध रूप से शारीरिक रूप से पुलिस वाहन के अंदर खींचा गया और उसी रात जबरन गुंटूर ले जाया गया।” राजू ने कहा कि पीवी सुनील कुमार, पीएसआर अंजनेयुलु और अन्य पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बेल्ट और डंडों से पीटा और उन्हें दिल की बीमारी की दवा भी नहीं लेने दी गई। उन्होंने दावा किया कि अधिकारियों को पता था कि उन्हें बाइपास सर्जरी हुई है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि कुछ अधिकारी “उनकी छाती पर बैठ गए” और उन्हें मारने की कोशिश में दबाव डाला। उन्होंने कहा कि उनका फोन छीन लिया गया और उन्हें तब तक पीटा गया, जब तक उन्होंने इसका पासवर्ड नहीं बता दिया। टीडीपी विधायक ने कहा कि फिर उन्हें एक सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां डॉक्टर प्रभावती ने उनका खराब इलाज किया। उन्होंने दावा किया कि डॉक्टर ने पुलिस अधिकारियों के कहने पर फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किया।
उन्होंने यह भी कहा कि पीवी सुनील कुमार ने उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की आलोचना करने पर जान से मारने की धमकी दी थी। मामले में गुंटूर सरकारी जनरल अस्पताल की पूर्व अधीक्षक प्रभावती और सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी आर विजय पॉल को भी नामित किया गया है।