Ranchi- कारोना के नए वेरिंयट ओमिक्रोन से डरी-सहमी दुनिया में इससे मुकाबले की तैयारियां की जा रही है. राज्य और देश की सरकारें एक बार फिर से खस्ताहाल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में जुट गई है. लेकिन इस सब से अलग कोरोना के नाम पर राजनीति भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य और केन्द्र की ओर से एक दूसरे के पाले में गेंद फेंकने का खेल जारी है.
बता दें कि केन्द्र सरकार ने मृतक परिवारों को 50000/ रुपये देने की घोषणा की है. लेकिन, झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने केन्द्र सरकार से कोरोना से मृतक परिवारों के लिए चार लाख रुपये देने की मांग की है. साथ ही राज्य सरकार से भी मृतक परिवारों को एक लाख दिए जाने का आग्रह किया है. राजेश ठाकुर ने कहा है कि इस मामले में मुख्यमंत्री से बात भी हो गई है. राज्य की इस पहल से केन्द्र सरकार पर भी दबाव बनेगा. मृतक परिवारों को एक सम्मानित राशि मिल सकेगी.
राज्यवासियों से किए गए अपने वादों को पहले पूरा करे सरकार
राजेश ठाकुर के इस बयान पर प्रदेश प्रवक्ता भाजपा, प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि कांग्रेस और राज्य सरकार का वक्तव्य अक्सर विरोधाभासी रहता है. कोरोना को लेकर केंद्र सरकार काफी संवेदनशील है और केन्द्र सरकार के द्वारा जो भी वादा किया गया है हम उसे जरूर पूरा करेंगे. लेकिन राज्य सरकार पहले अपनी घोषणाओं को तो अमलीजामा पहनाएं. राज्य सरकार ने भी बड़ी-बड़ी घोषणाएं की थी, उसका क्या हुआ. कहा तो गया था कि जिन बच्चों के माता-पिता दोनों का ही देहांत हो गया है, उन बच्चों का भरण-पोषण का खर्च राज्य सरकार की ओर से उठाया जाएगा, लेकिन अब तक इस दिशा में क्या किया गया. किन परिवारों को इसका लाभ मिला.
यह याद रखा जाना चाहिए कि कोरोना एक कहर बनकर आया था. इसके कारण हजारों लोगों ने अपनी जिन्दगियां गंवाई. आज एक बार फिर से हम तीसरी लहर के मुहाने पर खड़े नजर आ रहे हैं. कोरोना का नए वेरिंएट ओमिक्रोन का प्रकोप हमारे सामने दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है. इसलिए बेहद जरुरी है कि राज्य और केंद्र सरकार बेहतर आपसी समन्वय इसका मुकाबला करें.
रिपोर्ट- प्रतीक
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