पटना : छपरा जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है.
अब तक 50 से ज्यादा लोगों की कथित मौत हुई है. इसी मामले को लेकर बिहार के
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के नेतृत्व में सभी विधायकों और एमएलसी राजभवन पहुंचे.
जहां राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात करेंगे और छपरा में हुई मौत को लेकर राज्यपाल को अवगत करायेंगे.
नीतीश सरकार नहीं कर रही कोई कार्रवाई
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा और विधान परिषद के
नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात करने बिहार विधानमंडल से निकले.
इस दौरान विपक्ष ने छपरा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत का आरोप लगाया.
नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
विपक्ष 4 दिनों से सदन में चर्चा की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार अभी तक कोई भी चर्चा नहीं की है.

बता दें कि गुरुवार को विधानसभा नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद समेत बीजेपी के शिष्टमंडल ने छपरा का दौरा किया. उन्होंने परिजनों से मिलकर मौत की वजह और वहां चल रही पुलिसिया कार्रवाई का जायजा लिया.
जहरीली शराब से अब तक 53 लोगों की हुई मौत
शराबबंदी वाले बिहार के सारण जिले के छपरा में जहरीली शराब से अब तक 53 लोगों की मौत हो गई. कई लोग अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहे हैं. आलम ये है कि कई गांवों में मातम छा गया. छपरा के बहरौली गांव का भी ऐसा ही हाल है. यहां एक साथ 11 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई.
उधर, पुलिस इस मामले में पूरे सारण जिले में छापेमारी कर रही है. अब तक शराब के कारोबार से जुड़े 126 लोगों को गिरफ्तार किया है. चार हजार लीटर से अधिक अवैध शराब भी जब्त की गई है. इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है.
छपरा जहरीली शराब: बैकफुट पर नीतीश सरकार
बिहार में 2016 में नीतीश सरकार ने शराब की बिक्री और सेवन पर बैन लगाया था. शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब से मौत के मामले में नीतीश कुमार सरकार बैकफुट पर है. बीजेपी सड़क से लेकर विधानसभा और संसद तक इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर निशाना साध रही है. उधर, पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं.
दरअसल, पुलिस अभी तक ये नहीं बता पाई है कि इस मामले में मुख्य आरोपी कौन है और पुलिस ने जिन 126 लोगों को गिरफ्तार किया है, क्या उनमें से किसी का जहरीली शराब से मौतों के इस ताजे मामले में कोई संबंध भी है या नहीं. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पूरे सारण जिले में छापेमारी हो रही है.
रिपोर्ट: राजीव कमल
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