रिपोर्टः शशांक शेखर/ न्यूज 22स्कोप
हजारीबागः जिले के चुरचू प्रखंड अंतर्गत चुरचू पंचायत के लारा गांव में संचालित राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय लारा में पंचायत क्षेत्र के ही बाली टोला से करीब 2 दर्जन छात्र छात्रा पठन-पाठन के लिए आते हैं। गौरतलब हो की बाली से लारा विद्यालय आने में छात्रों को लारा नदी पार करना पड़ता है। उक्त नदी पर पुल नहीं होने के कारण छात्र छात्राओं को पानी में उतर कर नदी पार कर विद्यालय आना पड़ता है । क्षेत्र में अत्यधिक बारिश होने के बाद उक्त छात्रों का विद्यालय आ पाना मुश्किल हो जाता है। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने इस बाबत पूछे जाने पर कहा कि जब तक घुटनो तक पानी रहता है तो हम लोग विद्यालय आ जाते हैं। इससे ज्यादा बारिश होने पर पानी ज्यादा होने पर कभी-कभी अभिभावकों के द्वारा नदी पार कराया जाता है।
अत्याधिक बारिश होने से होती है परेशानी
बच्चों ने बताया कि अत्याधिक बारिश होने के बाद पानी का जलस्तर जब बढ़ता है, तो हम लोगों का संपर्क विद्यालय से टूट जाता है। फलस्वरूप हमलोग विद्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाते हैं। जिससे नियमित पठन पाठन प्रभावित होता है। वहीं बाली के ग्रामीण साहबराम टुडू ने बताया की नदी पर पुल नहीं होने के कारण विद्यालय जाने वाले छात्र-छात्राओं के साथ-साथ आम आवाम को भी आवागमन में भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है। वही आकस्मिक स्थिति में अगर किसी को इलाज के लिए बाली गांव से चूरचू या हजारीबाग लेके जाना पड़ता है। तो पुल के अभाव में लंबी दूरी तय कर अन्य दूसरे मार्ग से प्रखंड मुख्यालय या जिला मुख्यालय जा पाते हैं।
मामले पर जल्द मूल्यांकन किया जाएगा
उपायुक्त नैंसी सहाय ने कहा नदी में पुल नहींं होने के कारण बच्चों को स्कूल जोने में परेशानी होने की जानकारी मिली है. इस मामले पर एक बार मूल्यांकन किया जाएगा. इसके बाद आवश्यकता अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कराया जाएगा.