बोकारो. कांड्रा स्थित गुरु गोविंद सिंह एजुकेशनल सोसाइटी टेक्निकल कैंपस कॉलेज में मंगलवार को एमएसएमई कॉम्पिटिटिव लीन स्किल (CLC) कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। यह एक दिवसीय कार्यशाला भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन नेशनल प्रोडक्टिविटी काउंसिल द्वारा प्रायोजित थी। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को स्टार्टअप व स्वरोजगार के प्रति जागरूक करना और उद्योग जगत को प्रतिस्पर्धात्मक दक्षता प्रदान करना था।
कॉलेज के निदेशक डॉ. प्रियदर्शी जरूहार ने लीन मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी पर एक प्रभावशाली पीपीटी प्रस्तुति दी, जिसमें छात्रों को उत्पादन प्रक्रिया में गुणवत्ता, दक्षता और नवाचार की भूमिका समझाई गई। मुख्य अतिथि के रूप में बोकारो जिला उद्योग केंद्र (DIC) के महाप्रबंधक राजेंद्र प्रसाद और झारखंड टिनी सर्विस एंड स्मॉल बिजनेस एंटरप्राइज (JSTBHE) के अध्यक्ष कुंदन उपाध्याय उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को लीन मैनेजमेंट, उत्पादकता सुधार और जापानी तकनीकों की जानकारी दी, जिससे वे भविष्य में अपने व्यवसाय को आधुनिक व प्रभावशाली ढंग से संचालित कर सकें।
कार्यक्रम में कॉलेज के 30 से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए, जो भविष्य में स्टार्टअप व उद्यमिता के क्षेत्र में कदम रखने के इच्छुक हैं। इसके अलावा, बोकारो के कई प्रमुख उद्यमियों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और युवाओं को अपने अनुभवों से मार्गदर्शन प्रदान किया। कॉलेज की ओर से कार्यक्रम को सफल बनाने में आईआईसी कोऑर्डिनेटर प्रो. दया शंकर द्विवेदी, प्रो. अपूर्वा सिन्हा एवं प्रो. सुमित पांडेय की सराहनीय भूमिका रही।
गुरु गोविंद सिंह एजुकेशनल सोसाइटी, बोकारो के अध्यक्ष तरसेम सिंह एवं सचिव एस. पी. सिंह ने कहा कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम न केवल बोकारो, बल्कि पूरे राज्य के औद्योगिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं में नवाचार, उद्यमिता और आत्मनिर्भरता की भावना विकसित होती है, जो राज्य की आर्थिक प्रगति में अहम योगदान दे सकती है।