लखनऊ : CM Yogi ने यूपी में सुबह के समय स्कूलों समर कैंप संचालित करने का दिया निर्देश। CM Yogi आदित्यनाथ ने यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए शुरू हो रहे गर्मी के मौसम में भी विद्यार्थियों का चाव स्कूल एवं पठनपाठन के प्रति बनाए रखने पर जोर दिया है।
इसी क्रम में CM Yogi आदित्यनाथ ने सरकारी स्कूलों में भी समर कैंप संचालित करने को कहा है और उसे खास तौर पर सुबह के समय संचालित करने को कहा है।
अपने निर्देश में CM Yogi ने कहा कि – ‘…अपने सरकारी स्कूलों ‘समर कैम्प’ संचालित करें। …इन कैम्पों में बच्चों को खेल-खेल में नई चीजों को सिखाने पर बल दिया जाए, ताकि बच्चे पढ़ाई को बोझ न समझकर मनोरंजन की तरह लें।
…इसमें शारीरिक शिक्षा पर भी जोर दिया जाए। यह समर कैम्प प्रातः कालीन सत्र में ही संचालित किए जाएं, ताकि बच्चे धूप और गर्मी से प्रभावित न हों। …यह ‘समर कैम्प’ प्रतिदिन एक से डेढ़ घण्टे के होने चाहिए।’
यूपी में ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ होंगे 13 डायट्स
CM Yogi आदित्यनाथ ने कहा कि – ‘…प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रथम चरण में प्रदेश के 13 डायट्स को ‘सेण्टर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे डायट को एक संसाधन केन्द्र के रूप में स्थापित करते हुए समावेशी शिक्षा को आगे बढ़ाया जा सके।
…इनमें सभी व्यवस्थाएं उच्च गुणवत्ता की होनी चाहिए। आवश्यकतानुसार आउटसोर्स कर्मचारियों की तैनाती की जाए। डायट का फर्स्ट इम्प्रेशन बहुत अच्छा होना चाहिए। …IIM लखनऊ और बेंगलुरु जैसे संस्थानों को इन्हें ट्रेनिंग मॉड्यूल से जोड़ा जाए।
…सभी आकांक्षात्मक जनपदों एवं विकास खण्डों में शिक्षक-छात्र अनुपात बेहतर रहे। सरकार हर स्थिति में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
…इसके लिए राज्य सरकार ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के अन्तर्गत 19 पैरामीटर्स को ध्यान में रखते हुए अन्तरविभागीय समन्वय के साथ विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा रही है।
…परिषदीय विद्यालयों में बालक एवं बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। …इन विद्यालयों में पेयजल, अच्छी फ्लोरिंग के क्लासरूम, विद्युत की सुविधा, बाउण्ड्रीवॉल व गेट सहित अच्छे फर्नीचर भी उपलब्ध कराए गए हैं।’

‘मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों’ का निर्माण जारी…
CM Yogi आदित्यनाथ ने बताया कि – ‘…प्रदेश सरकार कक्षा 1 से 12 तक के लिए ‘मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों’ का निर्माण करा रही है। …इसके लिए 26 जनपदों को धनराशि निर्गत की जा चुकी है।
…इसके अलावा, प्री-प्राइमरी से कक्षा 8 तक के लिए ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय’ बनाए जा रहे हैं। …58 जनपदों में इनके निर्माण के लिए भी धनराशि निर्गत की जा चुकी है। …इन दोनों प्रकार के विद्यालयों में प्ले-ग्राउण्ड, ट्रेनिंग सेण्टर जिनमें क्राफ्ट, माटीकला और न्यू ऐज कोर्सेज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
…प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 925 तथा वर्ष 2024-25 में 785 शासकीय विद्यालयों को PM श्री योजना के अन्तर्गत उच्चीकरण करने के कार्य को आगे बढ़ाया है। …इन विद्यालयों को एक इण्टीग्रेटेड कैम्पस के रूप में विकसित करना हमारी प्राथमिकता है।
…सामूहिक प्रयासों का प्रतिफल है कि आरटीई के अन्तर्गत निजी विद्यालयों में वर्ष 2016-17 में 10,784 बच्चे अध्ययनरत थे, जबकि वर्ष 2024-25 में यह संख्या बढ़कर 04 लाख 58 हजार से अधिक हो गई है।
…इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा गैर-सहायतित मान्यता प्राप्त विद्यालयों को वित्तीय वर्ष 2022-23 से वर्ष 2024-25 तक 728 करोड़ रुपये से अधिक फीस प्रतिपूर्ति का भुगतान किया जा चुका है। …‘शारदा कार्यक्रम’ के अन्तर्गत वर्ष 2024-25 में 7.77 लाख बच्चों का परिषदीय विद्यालयों में प्रवेश कराया गया है।
…प्रदेश में वर्तमान में 1.93 करोड़ बच्चे परिषदीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में 85,726 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।’

‘एक कस्तूरबा गांधी विद्यालय एक खेल’ पर CM Yogi का फोकस
इसी क्रम में CM Yogi ने अधिकारियों को खास सलाह दी और उस पर गंभीरता से काम करने को कहा। CM Yogi ने कहा कि – ‘…कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की व्यवस्थाओं को और बेहतर किया जाए। …‘एक कस्तूरबा गांधी विद्यालय एक खेल’ की तर्ज पर कार्य किया जाए।
…इन विद्यालयों की बालिकाओं ने खेलों में अच्छा प्रदर्शन किया है। …यहां की बालिकाओं ने अण्डर-19 क्रिकेट से लेकर कई खेलों में प्रदेश का मान बढ़ाया है। …इसके अतिरिक्त, यहां की बालिकाओं ने प्रशासनिक सेवाओं में भी चयनित होकर गौरव बढ़ाया है।
…परिषदीय विद्यालयों में चरणबद्ध तरीके से NCERT का पाठ्यक्रम लागू किया जा रहा है। …प्रदेश सरकार वर्ष 2021-22 से छात्र-छात्राओं को निःशुल्क यूनिफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा, स्टेशनरी उपलब्ध कराने के लिए उनके अभिभावकों के खाते में DBT के माध्यम से प्रत्येक विद्यार्थी के लिए 1,200 रुपये की धनराशि अन्तरित कर रही है।
…25,784 परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेज, 5,568 विद्यालयों में ICT लैब्स तथा 02 लाख 61 हजार से अधिक टैबलेट की उपलब्धता सुनिश्चित कराकर डिजिटल शिक्षा को आगे बढ़ाया जा रहा है।’
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