जनार्दन सिंह की रिपोर्ट
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प्रयागराज। CM Yogi : महाकुंभ बना दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन…। CM Yogi आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज के दौरे पर पहुंचने के बाद ही सबसे पहले पूरे संगम क्षेत्र का जायजा लेते हुए हवाई सर्वे किया। घाटों पर जारी पुण्य स्नान के साथ ही मेला क्षेत्र में भीड़ और सड़कों लेकर स्टेशनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ के मूवमेंट के साथ पुलिस -प्रशासनिक व्यवस्था को परखा।
फिर महाकुंभ में ‘कुंभ की आस्था व जलवायु परिवर्तन’ विषय पर जलवायु सम्मेलन को संबोधित करते हुए CM Yogi ने कहा कि – ‘…दुनिया का यह सबसे बड़ा आयोजन बन गया है। आयोजन बड़ा है। स्वाभाविक रूप से सबमें एक जिज्ञासा भी है।
…जो भी डुबकी लगा रहा है, वह आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करके उसे अपने गांव या क्षेत्र में आसपास साझा कर रहा है तो वहां से भी बड़े पैमाने पर श्रद्धालु आकर के इसे पूरे आयोजन को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचा रहे हैं।’
बोले CM Yogi – पार्किंग स्थल खाली,सड़कों पर गाड़ियां पार्क
महाकुंभ को लेकर संगम क्षेत्र और प्रयागराज में जाम की स्थिति से लेकर नई दिल्ली स्टेशन हादसे पर CM Yogi आदित्यनाथ ने बिना मीडिया के सवाल पूछे ही खुद ही पूरी बातें कहीं। महाकुंभ मेला स्थल में आयोजित सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए CM Yogi ने नई दिल्ली स्टेशन हादसे का जिक्र किया।
CM Yogi ने कहा कि – ‘…दुर्भाग्य से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई है। मैं इस अवसर पर उन सभी पुण्य आत्माओं को विनम्र श्रद्धांजलि भी अर्पित करता हूं।’
इसके बाद CM Yogi ने कहा कि – ‘…सम्मेलन में आने में जरा देर हुई क्योंकि प्रयागराज आया हूं तो श्रद्धालुओं के व्यवस्था पर नजर दौड़ाया।मैं ऊपल से सर्वे कर रहा था…देख रहा था अलग-अलग स्थानों पर पार्किंग की जगह खाली है और हर व्यक्ति सड़क पर अपनी गाड़ी पार्क करके संगम में स्नान करने के लिए चला आ रहा है।
…अगर वही व्यक्ति पार्किंग के स्थान पर अपनी गाड़ी खड़ी करे और हो सकता है कि उसके चलते उसे 100 मीटर अधिक पैदल चलना पड़े लेकिन कहीं सड़क पर जाम नहीं होगा।
…उससे वह आसानी से संगम में स्नान भी करेगा और अपने वापस अपने गंतव्य स्थल पहुंच सकेगा। …और यही हमारे दैनिक जीवन की भी विसंगति हो गई है। हर व्यक्ति केवल दोषारोपण क्यों कर रहा है?’
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‘अन्य कुंभ पर मौनी अमावस्या को होने वाली भीड़ इस बार रोजाना…’
इसी क्रम में CM Yogi आदित्यनाथ ने खुलकर अपनी बात संयमित तरीके से रखी। CM Yogi ने कहा कि –‘…आज जो संगम में इतना पावन स्नान एक साथ इतने श्रद्धालु कर रहे हैं कि अन्य कुंभ के अवसर पर जितनी भीड़ मौनी अमावस्या पर होती थी, उतनी श्रद्धालुओं की भीड़ इस बार यहां महाकुंभ में हर रोज हो रही है।
…इसका कारण है कि नदियों को चैनलाइज किया गया। संगम का दायरा बढ़ाया गया। बड़ी संख्या में लोग यहां आ सकें, इसके लिए पहले दिन से यहां तैयारी की गई थी कि संगम में 10 हजार से लेकर 11 हजार क्यूसेक गंगा जल हमेशा मौजूद रहना चाहिए, जिससे किसी भी श्रद्धालु को समस्या ना होने पाए, उसकी आस्था के साथ खिलवाड़ ना होने पाए।
…और तब जाकर के इतना बड़ा आयोजन एकसाथ संपन्न हो रहा है। और थोड़ा पैदल भी चलना पड़ रहा है तो संगम में एक बार डुबकी लगाने के बाद पूरे कष्ट को भूलकरके जन्म और जीवन को धन्य-धन्य समझ करके पुण्य का भागीदार बनकर के आगे बढ़ रहा है। देश के अंदर एक संदेश को लेकर के जा रहा है।’
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CM Yogi बोले – 10 साल पहले नहीं थी लेकिन अब संगम में हैं अविरल गंगा-यमुना…
CM Yogi आदित्यनाथ ने इसी क्रम में आगे कहा कि – ‘…हम सब आए हैं यहां त्रिवेणी के संगम में स्नान करने के लिए। आप याद करिए। आज से 10 साल पहले। क्या गंगा और क्या यमुना नदी किसी प्रकार अविरल और निर्मल रह गई थीं?
…एक प्रश्न हमारे सामने है। आज सायंकाल तक 13 जनवरी से लेकर के 16 फरवरी के बीच 37 दिनों में 52 करोड़ से अधिक श्रद्धालु मां गंगा, यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा चुके होंगे।
…ये लोग तब डुबकी लगा पा रहे हैं जब मां गंगा और यमुना में सरस्वती की कृपा से अविरल जल है। और जो भी डुबकी लगा रहा है, वह आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करके उसे अपने गांव या क्षेत्र में आसपास साझा कर रहा है तो वहां से भी बड़े पैमाने पर श्रद्धालु आकर के इसे पूरे आयोजन को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचा रहे हैं।’