शिक्षकों ने बीसीसीएल प्रबंधन पर लगाया आरोप
धनबाद : कोयला खदान शिक्षकों ने पुतला दहन कर जताया विरोध- धनबाद के
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रणधीर वर्मा चौक पर कोयला खदान शिक्षक संघ ने बीसीसीएल सीएमडी तथा डीपी का पुतला दहन किया.
आंदोलनकारियों ने बताया कि बीसीसीएल प्रबंधन ने मार्च 2022 को हुई
उच्च स्तरीय बैठक में शिक्षक प्रतिनिधियों से वादा किया गया था कि
करोना काल (2020-2021) के लंबित वेतन भुगतान कोलियरी शिक्षकों को ससमय कर दिया जाएगा.
परंतु प्रबंधन न केवल अपने वादे से मुकर गई बल्कि दुर्भावनावश
2021-2022 के लिए विद्यालयों के भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया मनमानी तरीके से शुरू कर दी.
ये लोग हैं जिम्मेवार
प्रबंधन की क्रूरता व संवेदनहीनता का ये जीता जागता उदाहरण है.
हम अल्प वेतनभोगी कोलियरी शिक्षक आज जिस आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं, उसके लिए बीसीसीएल डीपी राव तथा महाप्रबंधक आहुति स्वाइन जिम्मेवार है. हम सभी कोयला खदान शिक्षक संघ की प्रमुख मांगे हैं (1) जिसमें 25 माह के लंबित वेतन का भुगतान समस्त कोलियरी शिक्षकों को बिना किसी भेदभाव के शीघ्र कर दिया जाए. (2) प्रबंधन द्वारा जबरन सेवा मुक्त कर दिए गए उन सभी कोलियरी शिक्षकों को रिटायरमेंट बेनिफिट के रूप में पीएफ ग्रेजुएटी तथा पेंशन आदि मुहैया कराई जाए. (3) प्रबंधन ऐसे विद्यालयों के संचालन में यदि किसी भी प्रकार की असुविधा है तो कोलियरी सिस्को को एकमुश्त राशि प्रदान कर उन्हें सेवा मुक्त कर दी जाये.
समस्याओं का निदान नहीं कर रहा बीसीसीएल प्रबंधन
उन्होंने कहा कि शिक्षक लगातार बीसीसीएल प्रबंधन को शांतिपूर्ण आंदोलन के माध्यम से समस्याओं से अवगत करा रहे हैं. बावजूद बीसीसीएल प्रबंधन उनकी समस्याओं का निदान नहीं कर रहा है. इन्हीं कारणों से कोयला खदान शिक्षक संघ ने बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है.
रिपोर्ट: राजकुमार /मुन्ना
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