मोतिहारी : मोतिहारी की प्रतिष्ठित संस्था अंजुमन इस्लामिया इन दिनों आंतरिक विवादों के कारण सुर्खियों में है। संस्था के पूर्व अध्यक्ष डॉ. परवेज अजीज पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कमेटी के सदस्यों ने 30 जून को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए अध्यक्ष और सचिव पद को भंग कर दिया था। कमेटी के दो-तिहाई बहुमत से लिए गए फैसले के तहत तत्कालीन सचिव ने पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन डॉ. परवेज अजीज ने अध्यक्ष पद से हटने से इनकार कर दिया और अब तक खुद को अध्यक्ष बताकर कार्यभार संभालने की कोशिश कर रहे हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि संस्था के कार्यालय में ताला जड़ दिया गया, जिसे नियमों के खिलाफ माना जा रहा है। कार्यवाहक सचिव द्वारा दो दिनों के लिए कार्यालय बंद करने का विधिवत नोटिस जारी किया गया था। पूर्व अध्यक्ष पर मनमानी और जबरदस्ती ताला लगाने का आरोप लगाया गया है।
घटनाक्रम को लेकर कमेटी की एक अहम बैठक हुई, डॉ. परवेज अजीज के रवैये की की गई कड़ी आलोचना
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कमेटी की एक अहम बैठक आयोजित की गई। जिसमें डॉ. परवेज अजीज के रवैये की कड़ी आलोचना की गई। बैठक में यह चर्चा हुई कि संस्था को इस तानाशाही से कैसे मुक्त कराया जाए और संस्थागत लोकतंत्र को कैसे बहाल किया जाए। कमेटी के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पूर्व अध्यक्ष द्वारा सदस्यों को धमकाया भी जा रहा है, जिससे संस्था का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। इस बीच 10 जुलाई 2025 को नए चुनाव की तिथि निर्धारित की गई है, जिसकी सूचना सभी सदस्यों को दे दी गई है। अब देखना यह होगा कि अंजुमन इस्लामिया में लोकतांत्रिक प्रक्रिया किस तरह से बहाल होती है और संस्था का भविष्य किस दिशा में आगे बढ़ता है।
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सोहराब आलम की रिपोर्ट
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