रांचीः जेपीएससी परीक्षा परिणाम पर राजनीति तेज हो गई है.
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छात्रों के बाद अब राजनीतिक दलों की ओर से मामले की जांच की मांग की जाने लगी है.
बता दें कि जेपीएससी सातंवीं से दसवीं तक का परीक्षा परिणाम आने के बाद ही छात्र आन्दोलनरत है.
परीक्षा परिणाम आने के साथ ही छात्रों ने जेपीएससी कार्यालय के सामने हंगामा खड़ा कर दिया
और परीक्षा परिणाम को फिर से प्रकाशित करने की मांग की.
बताया जा रहा है कि एक ही सीरीज और एक ही कमरे के परीक्षार्थियों ने बाजी मारी है.
सीरीज में अभ्यर्थियों का सफल होना गहरी साजिश- बाबूलाल मरांडी
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सीरीज में ट्वीट कर छात्रों के सीरीज में सफल होने पर सवाल उठाया और कहा कि राज्य सरकार के निकम्मेपन की सजा राज्य के युवाओं को उठाना पड़ रहा है. एक सीरीज में अभ्यर्थियों का सफल होना गहरी साजिश की ओर इशारा कर रही है.
अब हेमंत सरकार में सत्ता की भागीदार कांग्रेस ने भी जांच की मांग कर तेज कर दी है.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने जेपीएससी की
7वीं से लेकर 10वीं संयुक्त सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में सीरियल नंबर से 33 अभ्यर्थियों के चयन पर आयोग
को संज्ञान लेने को कहा है.
यह सुनिश्चित करने को कहा है कि यह मात्र एक संयोग है या फिर गड़बड़ी.
आलोक कुमार दूबे ने कहा कि जिस तरह से एक ही सेंटर के एक ही सीरियल नंबर के 33 परीक्षार्थी रहें,
यह महज संयोग भी हो सकता है. लेकिन, फिर भी आयोग को इस मामले को संज्ञान लेना चाहिए.
यह जांच भी होनी चाहिए कि जिन अभ्यर्थियों ने सीरियल नंबर से सफलता हासिल की है वे रसूखदार तो नहीं हैं.