रांचीः राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच के लिए केंद्रीय
मंत्री को पत्र लिखा.
उन्होंने प्रदेश के लिए आवंटित खाद्य सामग्रियों के वितरण में व्यापक पैमाने पर हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर उपभोक्ता मामले,
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर CBI से जांच कराने का आग्रह किया है.
राज्य सभा सांसद ने कहा है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में झारखंड में लूट मची है.
उन्होंने कहा कि उपरोक्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से राज्य के सीएम और संबंधित विभाग के मंत्री अनजान हैं.
उन्हें सारी अनियमितताओं की पूर्ण जानकारी है.
लेकिन इस दिशा में आजतक किसी प्रकार की कोई कारगर कार्रवाई नहीं की गई है,
न ही की जा रही है और ना ही सरकार की ऐसी कोई मंशा दिख रही है.
इसका कारण है कि यह मामला उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय,
भारत सरकार से संबंधित है, इसलिए राज्य सरकार इसमें रूचि नहीं दिखा रही है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य के कई जिलों में क्षेत्र भ्रमण के दौरान कई
स्थानों से विश्वस्त सूत्रों एवं योजना के लाभुकों के द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में हुए घोटालों
और भ्रष्टाचार का मामला संज्ञान में आया है.
साथ ही बिचौलियों के द्वारा चावल की पॉलिसिंग करके कालाबाजारी करने का मामला भी मेरे संज्ञान में आया है.
वहीं इस घटना को झारखण्ड राज्य से प्रकाशित विभिन्न प्रमुख समाचार पत्रों ने भी समय-समय
पर प्रमुखता से प्रकाशित कर इसमें व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया है.
उन्होंने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण
अन्न योजना मद में आवंटित खाद्यान्न के वितरण में घोर भ्रष्टाचार अपनाते हुए कई अनियमितताएं बरती गई है.
अनाज घोटाला:
चतरा जिला में गोदाम से 1400 टन अनाज गायब यानि कुल 3.20 करोड़ का अनाज घोटाला,
चतरा जिला के ही सिमरिया प्रखंड से पीएम कल्याण का 4600 क्विंटल अनाज गायब,
धनबाद में फर्जी आधार कार्ड 13,000 राशन कार्ड बना कर गरीबों का अनाज बेचने का मामला,
बोकारो जिला के कसमार प्रखंड स्थित राज्य खाद्य निगम गोदाम से 2409 क्विटल अनाज गायब,
लापरवाही के कारण बोकारो जिला में गरीबों में बंटने वाला 52,000 क्विटल गेहू बारिश में बर्बाद होने का मामला,
देवघर में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में बिना आवंटन के ही डीलरों द्वारा कागज पर गरीबों
के 44,250 क्विंटल अनाज बांटने का मामला, साहिबगंज में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण
अन्न योजना का 22.716 क्विंटल अनाज लापरवाही के कारण लैप्स होने के कारण 5 लाख गरीबों को
अनाज नहीं मिलने का संगीन मामला, जो राज्य में मची लूट के चंद उदाहरण हैं.
जांच से झारखंड में एक महालूट के मामले पर से पर्दा हट सकता है.