सेना प्रमुख ने लोगों से की शांति बनाए रखने की अपील
कोलंबो : श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के घर पर आगजनी के बाद प्रदर्शनकारियों ने
अब राष्ट्रपति भवन पर हमला कर दिया है. भारी तादाद में लोग राष्ट्रपति भवन के अंदर जा पहुंचे हैं.
वहीं श्रीलंकाई सेना के प्रमुख शवेंद्र सिल्वा ने रविवार को जनता से शांति बनाए रखने में
सहयोग देने की अपील की है. श्रीलंका में स्थिति अभी भी काबू से बाहर है.
श्रीलंका में जारी आर्थिक-राजनीतिक संकट के बीच श्रीलंकाई सेना के
प्रमुख शवेंद्र सिल्वा ने रविवार को जनता से शांति बनाए रखने में सहयोग देने की अपील की है.
शनिवार को प्रदर्शनकारियों के राष्ट्रपति और पीएम आवास पर
धावा बोलने के बाद वहां स्थिति और गंभीर हो गई है.
उधर, देश को अभी तक यह जानकारी नहीं है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे कहां हैं.

गोटबाया राजपक्षे कहां गये किसी को नहीं है पता
एक और प्रदर्शनकारी रविवार को भी राष्ट्रपति आवास में बने हुए हैं, दूसरी ओर राष्ट्रपति का पता अभी तक नहीं चल पाया है. राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे देश छोड़कर कहां गए हैं, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. कोलंबो में प्रदर्शनकारियों के धावे के बाद खबर आई थी कि राष्ट्रपति पहले ही देश छोड़कर जा चुके हैं. पोर्ट से ऐसी तस्वीरें भी आई थीं, जहां जहाज पर सामान रखे जा रहे थे.
सेना और पुलिस का सहयोग करें जनता
उनके अंडरग्राउंड होने के बाद से उनका संपर्क बस संसदीय स्पीकर महिंदा यापा अबेवर्धना से ही है. स्पीकर ने ही शनिवार को घोषणा की थी कि राष्ट्रपति 13 जुलाई को इस्तीफा दे सकते हैं. स्पीकर ने सर्वदलीय बैठक के बाद राष्ट्रपति से इस्तीफा मांगते हुए चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद यह घोषणा आई. आर्मी चीफ शवेंद्र सिल्वा ने रविवार को एक बयान जारी किया और कहा कि एक ऐसा अवसर सामने आया है, जब हमें इस संकट का हल शांतिपूर्वक हल करना है. उन्होंने श्रीलंका के नागरिकों से अपील की कि वो देश में शांति बनाए रखने के लिए सेना और पुलिस का सहयोग करें.
आईएमएफ को उम्मीद जल्द खत्म होगा राजनीतिक संकट
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा कि वो मामले पर करीब से नजर बनाए हुए हैं. संस्था ने कहा कि उसे आशा है कि देश में राजनीतिक संकट जल्द खत्म हो जाएगा और आईएमएफ समर्थित आर्थिक कार्यक्रम के लिए बातचीत फिर से शुरू की जा सके. यूनाइटेड स्टेट्स ने भी श्रीलंका के नेताओं से सामने आकर लोगों की असंतुष्टि दूर करने के लिए जल्द से जल्द काम करने को कहा. यूएस ने शनिवार को हुई हिंसा की आलोचना की, लेकिन सुरक्षा बलों को पत्रकारों और प्रदर्शनकारियों पर उग्र होने को लेकर भी आगाह किया.
13 जुलाई को इस्तीफा देंगे गोटाबाया राजपक्षे
बता दें कि शनिवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे का इस्तीफा मांगते हुए हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास पहुंचे और बैरिकेडिंग वगैरह तोड़ अंदर घुस गए. पीएम आवास में आग लगा दी गई. राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने संसदीय स्पीकर को बताया कि वो 13 जुलाई को इस्तीफा देने की योजना बना रहे हैं. प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी कहा कि वो भी इस्तीफा देने को तैयार हैं.
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