रांची: रांची विश्वविद्यालय के पीजी विभागों में लगातार नामांकन की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। विभिन्न विभागों में सीटों के मुकाबले नामांकन की संख्या बहुत कम हो गई है। खासतौर पर गृहविज्ञान विभाग की स्थिति सबसे खराब है, जहां 40 सीटों में से केवल 7 पर ही नामांकन हुआ है। यह आंकड़ा इस बात की ओर इशारा करता है कि छात्रों के बीच इस विषय की लोकप्रियता में भारी कमी आई है।
विवि की होम साइंस की निर्देशिका किरण कुमारी का कहना है कि नामांकन कम होने का मुख्य कारण यह है कि बहुत सारे कालेजों में पीजी की पढ़ाई हो रही है, जिसके चलते विद्यार्थी वहीं रहकर अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं। इसके अलावा, प्रोफेशनल कोर्सों की बढ़ती संख्या भी छात्रों के पीजी में रुचि कम होने का कारण बनी है, क्योंकि प्रोफेशनल कोर्स छात्रों को बेहतर रोजगार की संभावनाएं प्रदान करते हैं।
राजनीति विज्ञान विभाग में 165 सीटों के मुकाबले 102 छात्रों ने नामांकन कराया है, जबकि दर्शनशास्त्र विभाग में 66 सीटों में से 50 प्रतिशत से भी कम सीटें भरी गई हैं। मनुष्य जाति विज्ञान विभाग में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
इस गिरावट के कारणों का विश्लेषण करते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि छात्रों की रुचि अब अधिक रोजगार संबंधित कोर्सों की तरफ बढ़ गई है, जिससे पारंपरिक विभागों में नामांकन में कमी आई है।