धनबाद : डीआरएम कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठे लोको पायलट ने पेंशन बंद करने का विरोध किया है.
Highlights
सभी ने रेलवे का निजीकरण रोकने, पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने समेत
लगभग एक दर्जन मांग को लेकर ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन के बैनर तले
देशव्यापी आंदोलन के तहत लोको पायलट ने धनबाद डीआरएम कार्यालय के
निकट आज से 12 घंटे का सामूहिक उपवास शुरू किया.
इस दौरान भारी संख्या में आंदोलन स्थल पर रेल कर्मी मौजूद रहे. वहीं केंद्र सरकार और रेल प्रबंधन के गलत नीतियों के विरोध में जमकर नारेबाजी की.

मंत्रालय की गलत नीतियों की वजह से रेलवे का हो रहा निजीकरण
वहीं मीडिया से बात करते हुए रेल कर्मियों एवं लोको पायलट का नेतृत्व कर रहे जॉइंट जनरल सेक्रेटरी आर आर प्रजापति ने कहा कि रेल मंत्रालय की गलत नीतियों की वजह से रेलवे का निजीकरण हो रहा है. रिक्त पदों पर बहाली नहीं निकाली जा रही है. सुविधाओं में कटौती की जा रही है. पेंशन स्कीम को बंद कर दिया गया है जिसकी बहाली की मांग उनके द्वारा की जा रही है.
एक दर्जन से अधिक है मांगे
उन्होंने कहा कि इसके अलावा क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के 1 दर्जन से अधिक मांगे है. जिसको लेकर आज यह आंदोलन शुरू किया गया है. आज के आंदोलन के बाद अगर सरकार ने इस पर सूध नहीं ली तो आने वाले वक्त में एक बड़ा राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन किया जाएगा.
यह है प्रमुख मांग
- नए ऑपरेटिंग मेनुअल को लेकर नाराजगी.
- चालक दल को 36 घंटे बाहर रहने के बाद लौटने पर 16 घंटे विश्राम दिया जाना है परंतु सिर्फ आठ घंटे ही विश्राम दिया जाता है.
- चालक दल के सदस्य तीन तीन दिनों तक घर नहीं जा पा रहे हैं.
- इसके अलावा जहां आधारभूत सुविधा नहीं हैं.
- असिस्टेंट लोको पायलट को रिस्क भत्ता, सीलिंग रहित एनडीए भुगतान.
- साइन आन से साइन आफ नौ घंटे ड्यूटी लागू, लोको कैब में एसी.
- महिला लोको पायलट के लिए आवश्यक सुविधाएं सहित अन्य मांग शामिल है
रिपोर्ट: राजकुमार जायसवाल