रांची: राज्य में कड़ाके की ठंड के चलते बिजली की मांग सामान्य 2200 मेगावाट से बढ़कर 2800 मेगावाट हो गयी है। बुधवार को यह मांग बढ़कर 2900 मेगावाट तक पहुंच गयी। जानकारी के अनुसार, देशभर के कई राज्यों में पड़ रही कड़ाके की ठंड के कारण इंडियन एनर्जी एक्सचेंज पर बिजली की मांग का दबाव तेजी से बढ़ा है।
झारखंड में सुबह के समय बिजली खरीदने में समस्या उत्पन्न हुई, जिसे दूर करने के लिए सिकिदरी हाइड्रो पावर प्लांट से बिजली उत्पादन शुरू किया गया। हालांकि, राज्य में सरकारी और निजी स्तर पर उत्पादन मांग के मुकाबले पर्याप्त नहीं है। इसे पूरा करने के लिए इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से करीब 10 रुपये प्रति यूनिट की ऊंची दर पर बिजली खरीदकर आपूर्ति को सामान्य रखा जा रहा है।
इस समय सुबह और शाम के दौरान 150 से 200 मेगावाट बिजली एक्सचेंज से खरीदी जा रही है। सामान्य परिस्थितियों में राज्य की बिजली की मांग 2200 मेगावाट रहती है, जिसमें तेनुघाट पावर प्लांट से 380 मेगावाट उत्पादन और शेष आपूर्ति सेंट्रल पूल से होती है। अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए एक्सचेंज से बिजली खरीदना जरूरी हो गया है।
ठंड के इस मौसम में बढ़ती बिजली की मांग से राज्य की बिजली व्यवस्था पर दबाव बढ़ा है, लेकिन सरकार ऊंची दरों पर बिजली खरीदकर उपभोक्ताओं को राहत देने की कोशिश कर रही है।