Ranchi:- शिवाना प्रकाशन, सिहोर द्वारा प्रकाशित ‘‘खुद से गुजरते हुये’’ का लोकार्पण रांची के डॉ रामदयाल मुंडा जनजातीय कल्याण शोध संस्थान के सभागार में आयोजित किया गया .
कार्यक्रम की अध्यक्षकता प्रख्यात व्यंग्यकार, कहानीकार डॉ अशोक प्रियदर्शन ने की.पुस्तक पर होनेवाली व्याख्या में कथाकार उर्मिला शुक्ला,आलोचक पंकज पराशर,कहानीकार पंकज मि़त्र और कवि कथाकार रणेन्द्र शामिल हुये .यह पुस्तक भावनाओं से जुड़ी है ,महुआ मांझी ने कहा कि ‘‘कहते हैं रात के बाद भी ना आती है‘‘ कविता का महत्व भी रहा है
शब्दकार की टीम बहुत अच्छा काम कर रहा है .उन्होंने कहा कि काफी स्त्रियों की कविता लगातार आ रही है ,ये बहुत सराहनीय है.