हेमंत का एक और मास्टर स्ट्रोक, केन्द्रीय समिति की बैठक में बड़ा फैसला
Ranchi-सोहराय भवन में आयोजित झामुमो केंद्रीय समिति की
Highlights
एकदिवसीय बैठक में लिए गये निर्णयों से इस बात का साफ संकेत मिल रहा है कि
झामुमो 1932 के खतियान के बाद अब ग्रामीण अर्थव्यवस्था के बहाने
अपना वोट बैंक को मजबूत करने की दिशा में गंभीरता से काम रही है.
यही कारण है कि कार्यकर्ताओं को पार्टी की नीतियों को घर घर ले जाने का दिशा निर्देश दिया गया है.
झामुमो केंद्रीय समिति की बैठक में कार्यकर्ताओं को संदेश
इसके साथ ही झामुमो ने सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर
भी पार्टी कार्यकर्ताओं को घर-घर जाने को कहा गया है.
यहां बता दें कि पहले दिसंबर 2021 में झामुमो का महाधिवेशन हुआ था.
अब करीबन 10 महीने बाद एक बार फिर से पार्टी केंद्रीय समिति की
बुलाई गयी बैठक में तीन बिंदुओं पर चर्चा की गयी.
वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति, सांगठनिक मज़बूती और सदस्यता अभियान.
बैठक के बाद मीडिया कर्मियों से बात करते हुए पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि
पूर्व की सरकारों में सरकारी योजनाएं सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाती थी.
वर्तमान सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूत बनाने को लेकर काम कर रही है.
झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर
पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दूसरे फेज को
सफल बनाने के लिए घर-घर जाने का निर्देश दिया.
यहां बता दें कि इसके पहले हेमंत सोरेन की सरकार ने
1932 का खतियान को लागू करने की घोषणा कर झारखंड की राजनीति में तुफान ला दिया था,
अब उसके बाद ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर जोर इसी वोट बैंक पोलट्किस का हिस्सा माना जा रहा है.
माना जा रहा है कि झामुमो की कोशिश सुदूर ग्रामीण इलाकों रह रहे मतदाताओं पर टिकी है,
वह इस उपेक्षित वर्ग को अपने साथ जोड़कर एक बड़ा वोट बैंक बनाने की जुगत में हैं.
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