आत्मसमर्पण करें या गोली खाने को तैयार रहें नक्सली

Chatra- फाटा जंगल में मुठभेड़- झारखंड बिहार सीमा पर स्थित हंटरगंज और वशिष्ठनगर जोरी थाना क्षेत्र के फाटा जंगल में भाकपा माओवादी सदस्य गौतम पासवान,

रीजनल कमेटी मेंबर इंदल गंझू, अभ्यास भुईयां, जोनल कमांडर नीरू,

अमरजीत, सब जोनल कमांडर सहदेव और एरिया कमांडर संतोष भुईयां के दस्ते के साथ मुठभेड़ में

अत्य़ाधुनिक हथियारों को जब्त किया गया है.

जोरी थाना क्षेत्र के फाटा जंगल में मुठभेड़ का दावा

चतरा पुलिस, सीआरपीएफ कोबरा 203 बटालियन,

झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ 190 बटालियन के

जवानों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया.

बतलाया जा रहा है कि सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए.

मुठभेड़ के बाद पुलिस को मुठभेड़ स्थल से 01 इंसास रायफल, 04 इंसास मैगजीन,

01 इंसास एलएमजी मैगजीन, 195 जिंदा कारतूस,  दर्जनों मोबाईल फोन,

डेटोनेटर व आईडी बनाने का सामान, दवाईयां, 9 वायरलेस सेट,

दो केन आईडी समेत नक्सलियों के दैनिक उपयोग का सामान हाथ लगा.

एसपी राकेश रंजन ने दी नक्सलियों को चुनौती

एसपी राकेश रंजन ने नक्सलियों को आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाकर

हथियार डालने या फिर गोली खाने को तैयार रहने को कहा है.

यहां बता दें कि 15 दिन पहले प्रतापपुर थाना क्षेत्र में इंदल दस्ते के साथ पुलिस

और पारा मिलिट्री फोर्स के जवानों की मुठभेड़, एक जवान शहीद गया था.

उसके पहले प्रतापपुर-कुंदा थाना क्षेत्र के सिकिद बलही जंगल में भी

सुरक्षा बलों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी.

इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के एक जवान को गोली लगी थी,

प्राथमिक चिकित्सा के बाद उसे रांची भेजा गया था, जहां उसकी मौत हो गयी थी.

जवान की पहचान बिहार निवासी चितरंजन कुमार सिंह के रुप में हुई थी.

उस घटना के बाद ही पुलिस नक्सलियों के मनोबल को तोड़ने की कोशिश में लगी है.

पुलिस की कोशिश किसी भी कीमत पर ग्रामीण इलाकों में उनकी पकड़ को कमजोर करने की है.

नक्सली मुठभेड़, घायल जवान को रांची लाने की तैयारी

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