साहिबगंज: मंडरो प्रखंड में ब्रेन मलेरिया से पांच बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM), झारखंड के निदेशक अब्बु इमरान ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए साहिबगंज के सिविल सर्जन से स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश जारी किए।
Highlights
ब्रेन मलेरिया से 18 पॉजिटिव केस मिले
मंडरो प्रखंड के बसहा पंचायत के नगरभिठा गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप किया।
जांच में 18 मलेरिया पॉजिटिव केस मिले, जिनमें से चार ए-सिम्पटोमैटिक (बिना लक्षण वाले) मरीज हैं।
संभावित क्षेत्र में लगातार फॉलोअप और नियंत्रण अभियान जारी है।
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश:
मास सर्वे कराकर मलेरिया मरीजों की पहचान और उपचार किया जाए।
मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए कीटनाशकों का छिड़काव किया जाए।
संभावित क्षेत्रों में कीटनाशी उपचारित मच्छरदानी का वितरण हो।
मलेरिया-रोधी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
समुदाय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाए।
प्रतिदिन की रिपोर्टिंग अनिवार्य की जाए।
कालाजार और मास फीवर सर्वे का भी निर्देश
राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. बी.के. सिंह ने कहा कि मलेरिया के साथ-साथ पूरे प्रखंड में कालाजार और मास फीवर सर्वे कराया जाए। सभी संक्रमित मरीजों का पूर्ण उपचार किया जाए।
स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर तैनात
मलेरिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम शनिवार को साहिबगंज रवाना हुई। टीम आवश्यक दवाओं और जांच किट के साथ संभावित क्षेत्रों में लगातार जांच और उपचार कर रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन मलेरिया और अन्य वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए सतर्कता बढ़ाई जा रही है।