रांची: झारखंड की मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़े के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब तक की जांच में राज्यभर में 32,893 फर्जी आवेदन सामने आए हैं, जिन्हें रद्द किया जाएगा। वहीं, 5095 ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जहां लाभुक दोहरा लाभ उठा रहे थे।
सरकार इस योजना के अपात्र लाभुकों की जांच कर रही है और सभी जिलों में इसकी प्रक्रिया चल रही है। महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग को प्राप्त प्रारंभिक रिपोर्ट में फर्जी आवेदकों और दोहरा लाभ लेने वालों का खुलासा हुआ है। इन अपात्र लाभुकों को चिह्नित करने का काम अभी भी जारी है।
मंईयां योजना में सर्वजन पेंशन योजना के लाभार्थियों द्वारा भी फर्जी आवेदन किए गए थे, खासकर विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा इस योजना की राशि बढ़ाने के बाद। इसके कारण फर्जीवाड़े के मामले सामने आए, जब सर्वजन पेंशन योजना और मंईयां योजना की वेबसाइटें अलग-अलग थीं, जिससे काफी आवेदन स्वीकृत हो गए।
जांच में कई आवेदकों के नाम एक जैसे पाए गए, लेकिन उनके पिता या पति के नाम अलग थे। इसके अलावा, एक ही व्यक्ति के दो-तीन बैंक खाते और कई लाभार्थियों के आवेदन में एक ही पति का नाम दिखने के मामले सामने आए, जिससे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
अभी मंईयां योजना की वेबसाइट बंद है, लेकिन जैसे ही यह फिर से खुलेगी, जांच और भी गहरे स्तर तक जाएगी और और अधिक फर्जीवाड़ा सामने आने की संभावना है।