रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है और दूसरे दिन भी बीजेपी के विधायकों की ओर से प्रदर्शन देखने को मिला.
झारखंड विधानसभा के परिसर में बीजेपी के विधायक तख्तियां लेकर सरकार को नाकामीया गिनाने से पीछे नहीं हट रहे थे.बीजेपी के विधायकों का आरोप है कि सरकार अपने वादे से विपरीत काम कर रही है.
इस दौरान हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि सीजीएल की परीक्षा 8 सालों के बाद ली गई लेकिन पेपर लीक का मामला सामने आया सरकार से सीबीआई जांच की मांग हम लोग कर रहे हैं लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है सरकार सीबीआई जांच से पूरे तरीके से डर चुकी है.
सत्ता पक्ष के विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि सरकार परेशान है विधायक परेशान है तो युवाओं को परेशान रहना लाजमी है.
इसके बचाव में बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि सरकार प्रतिबद्ध है और एसआईटी का गठन हुआ है ,उसे साजिशकर्ता सभी के सामने आएंगे. वहीं अंबा प्रसाद ने कहा कि वह प्रश्न लिखकर आई है आज सरकार से सवाल पूछेगी कि आखिर झारखंड के युवाओं को कब मिलेगा उनका अधिकार.
मंत्री बना गुप्ता ने कहा कि सीबीआई जांच से हम लोग नहीं डरते हैं, लेकिन जब एसआईटी का गठन हो गया है तो बीजेपी को क्या दिक्कत है.
मौके पर निर्दलीय विधायक का सरयू राय ने कहा कि बजट से उन्हें कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि सरकार 27 फरवरी को बजट पेश करेगी.
उसके बाद आचार संहिता लग जाएगा, फिर बारिश और उसके बाद विधानसभा का चुनाव है.
सरकार कैसे राज्यवासियों को सौगात देगी यह सरकार ही जानती है.सीबीआई जांच को लेकर उनका कहना है कि भाजपा के विधायकों को भारत सरकार के गृह मंत्री से बात करने की जरूरत है.
ताकि सीबीआई खुद से हैंडोवर करें यहां से कोई क्यों सीबीआई को देगा.
सरकार 15 दिनों के अंदर सभी एग्जाम फिर से करवाए और इन एग्जाम में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो सरकार इसका भी ध्यान रखें।
जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी में विधानसभा के बाहर उक्त बातें मीडिया करने से साझा करते हुए कही।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि बीजेपी को 15 दिनों में एग्जाम करने के लिए सरकार का सहयोग करना चाहिए। बीजेपी ने आज तक केवल युवाओं को ठगने का काम किया।