रांची: जब मॉनसून आता है, तो वज्रपात की घटनाएं बढ़ जाती हैं। यह प्राकृतिक आपदा मानवों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालती है।
कई बार, लोग अपनी जान भी खो सकते हैं। इसलिए, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव, अरुण कुमार सिंह ने राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जनों को बचाव और रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
अरुण कुमार सिंह ने कहा कि आकाशीय बिजली और वज्रपात जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण मानव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इस समस्या का समाधान करने के लिए, जन समुदाय को जागरूक करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अस्पतालों को आपातकालीन इलाज की व्यवस्था के लिए विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, मेडिकल स्टाफ और आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, सभी जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता की सुनिश्चितता को भी बढ़ावा दिया गया है।