रांची: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने झारखंड सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है कि उन्होंने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की जासूसी झारखंड की वर्तमान सरकार ने करवाई । प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरमा ने कहा कि झारखंड की स्पेशल ब्रांच के लोग चंपई सोरेन पर नजर रख रहे थे, और होटल में उनके इर्दगिर्द घूम रहे थे। इसके अलावा, पुलिस अधिकारी चंपई चंपई सोरेन की तस्वीरें भी ले रहे थे।
सरमा ने यह भी दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो जासूसी के आरोप में शामिल थे। उन्होंने आरोप लगाया कि चंपई सोरेन के फोन की टैपिंग हो रही थी । इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड सरकार द्वारा चंपई सोरेन की जासूसी करना संविधान के आर्टिकल 21 (राइट टू लाइफ और प्राइवेसी) का उल्लंघन है।
सरमा ने कहा कि इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए वे झारखंड के राज्यपाल से मिलकर शिकायत करेंगे और मामले की जांच की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जेएमएम जैसे राजनीतिक दल संविधान के अधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं।
सरमा के अनुसार, जब चंपई सोरेन के साथ दो पुलिस अधिकारी होटल में मौजूद थे, तब एक महिला भी उनके कमरे में पहुंची, जिससे मामला और भी संदिग्ध बनता है।
इस प्रकरण में, शर्मा ने आरोप लगाया कि यह जासूसी एक राजनीतिक साजिश हो सकती है, और वे 30 तारीख को राज्यपाल से मिलने के बाद इस मामले की अधिक जानकारी देंगे।सरमा ने कहा कि यह मामला संविधान और निजता के अधिकारों का उल्लंघन कर रहा है और इसे उच्च स्तर पर उठाया जाएगा।