रांची : जज उत्तम आनंद हत्याकांड मामले में सुनवाई, वाट्सएप इंडिया हेड को हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिस- धनबाद के जज
Highlights
उत्तम आनंद हत्याकांड मामले में झारखंड हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की
अदालत में सुनवाई हुई. पिछली सुनवाई के दौरान वाट्सएप इंडिया हेड को झारखंड हाई कोर्ट ने नोटिस जारी किया था.
उक्त आदेश पर वाट्सएप इंडिया हेड की ओर से अधिवक्ता कोर्ट में पेश हुए और
उन्होंने जांच में पूरा सहयोग करने का कोर्ट को आश्वासन दिया.
दरअसल सीबीआई ने पिछले सुनवाई को कहा था कि जांच में एक वाट्सएप चैट की आवश्यकता थी.
लेकिन उनकी ओर से जांच में सहयोग नहीं किया जा रहा है.
इस पर हाईकोर्ट ने वाट्सएप इंडिया हेड को ही प्रतिवादी बनाते हुए नोटिस जारी किया था.
झारखंड हाईकोर्ट कर रहा मॉनिटरिंग
बता दें कि जज उत्तम आनंद मामले की मॉनिटरिंग झारखंड हाईकोर्ट कर रहा है. सीबीआई हर सप्ताह अदालत को सीलबंद रिपोर्ट पेश कर रही है. इसी क्रम में सुनवाई के दौरान सीबीआई की ओर से प्रगति रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें कहा गया कि छानबीन चल रही है और नए तथ्यों पर काम किया जा रहा है. इसके बाद अदालत ने सीबीआई को अगले सप्ताह प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया.
ऐसे हुई हुई जज की मौत
बता दें कि 28 जुलाई 2021 को बुधवार की सुबह 5 बजे जज उत्तम आनंद मॉर्निंग वॉक कर अपने घर की ओर लौट रहे थे. सड़क पूरी तरह से सूनसान थी. जज उत्तम आनंद सड़क के किनारे एकदम बाईं ओर टहल रहे थे. उसी समय वहां पीछे से एक ऑटो रिक्शा आया. ऑटो रिक्शा सड़क के बीचों बीच सीधे चल रहा था, लेकिन फिर अचानक ऑटो रिक्शा जज उत्तम आनंद की तरफ मुड़ गया और उन्हें टक्कर मार दी. ये पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई.
इलाज के दौरान जज की हुई थी मौत
कुछ देर बाद स्थानीय लोगों ने जज उत्तम आनंद को सड़क किनारे पड़े देखा. लोगों ने उन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया. यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इस बीच जज जब काफी देर तक घर नहीं लौटे तो परिजनों ने मामले की सूचना सदर थाना पुलिस को दी. पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की. अस्पताल में एक लावारिस शव की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची. जज के बॉडीगार्ड ने उनके शव की पहचान की.
अभी तक नहीं सुलझी गुत्थी
जज उत्तम आनंद की मौत के बाद परिवार ने आरोप लगाया कि ये कोई सड़क हादसा नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है. वहीं, सीसीटीवी फुटेज ने भी जज की मौत पर कई सवाल खड़े कर दिए. शुरुआती जांच में पता चला है कि ये ऑटो रिक्शा भी चोरी का था. जांच में अभी तक इस मामले की गुत्थी नहीं सुलझ पायी है.
रिपोर्ट: प्रोजेश दास