डिजीटल डेस्क : Himachal Follows CM Yogi – हिमाचल में भी अब हर भोजनालय, फास्ट फूड कॉर्नर और रेहड़ी पर लगेगी मालिक की आईडी। उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर 24 घंटे के भीतर कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश की सरकार ने भी अहम फैसला लिया है।
इस फैसले के मुताबिक, अब से हिमाचल प्रदेश के हर भोजनालय और फास्ट फूड कॉर्नर, रेहड़ी पर मालिक की आईडी लगाई जाएगी। प्रदेश के शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर यह जानकारी दी है।
Himachal Follows CM Yogi : हिमाचल कें मंत्री ने सीएम योगी को किया कोट, पोस्ट वायरल
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से बीते मंगलवार को घोषित इस संबंधी फैसले पर अभी गुपचुप टीका-टिप्पणियां शुरू ही हुई थीं कि बुधवार को हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री की ओर से भी ऐसे ही फैसले की जानकारी साझा करना रोचक रहा। यह तेजी से सोशल मीडिया पर फैलना शुरू हुआ और वायरल हो रहा है।
हिमाचल प्रदेश के शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर यह जानकारी देने के क्रम में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से इस संबंध में लिए गए फैसले को भी कोट किया है।
मंत्री विक्रमादित्य के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में भी यूपी की तर्ज पर हर भोजनालय और फास्ट फूड कॉर्नर, रेहड़ी पर मालिक की आईडी लगाई जाएगी, ताकि लोगों को किसी भी तरीके की परेशानी न हो। इसके लिए शहरी विकास एवं नगर निगम की बैठक में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
Himachal Follows CM Yogi : यूपी में सीएम योगी ने 24 घंटे पहले कठोरतम कार्रवाई का जारी किया निर्देश
बता दें कि बीते मंगलवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने खानपान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट और गंदी चीजों की मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
देश के विभिन्न क्षेत्रों में घटी ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेते हुए मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के सभी होटलों, ढाबों और रेस्टोरेंट आदि संबंधित प्रतिष्ठानों की गहन जांच, सत्यापन आदि के भी निर्देश दिए हैं साथ ही आम जन की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए नियमों में आवश्यकतानुसार संशोधन के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट, अखाद्य और गंदी चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसी घटनाएं विभत्स हैं और आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली हैं। ऐसे कुत्सित प्रयास कतई स्वीकार नहीं किया जा सकते।