पटना : जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने मुझे फोन कर मिलने को बुलाया. उन्होंने ने मुझे जिम्मेदारी संभालने के लिए बुलाया. मैं खुद नहीं आया था. नीतीश जब कमजोर हुए मुझे साथ के लिए बुलाया. 2009 और 2020 में नीतीश मुझे बुलाकर लाए.
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आज जिन्हें बढ़ाने की बात कहते हैं, उन्होंने विधानसभा में नीतीश कुमार की संतान पर सवाल उठाए. तब मैंने नेता प्रतिपक्ष रहे तेजस्वी यादव की बात पर आपत्ति जताई थी.

पार्टी के कमजोर होने की बात कही तो मुझ पर शक
कुशवाहा ने बताया कि दिसंबर के तीसरे हफ्ते में नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. मैंने कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के बाद पार्टी के कमजोर स्थिति की जानकारी दी लेकिन नीतीश मजबूती पर एक्शन लेने की बजाय मेरे बीजेपी के साथ जाने की आशंका जता रहे. मैंने अपनी पार्टी का विलय जेडीयू के साथ किया तब भी जेडीयू को नंबर वन बनाने का लक्ष्य रखा.
कमजोर हो गए हैं नीतीश कुमार
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि हाल के दिनों में नीतीश कुमार कमजोर हुए हैं. इससे जदयू कमजोर हो रही है. राजद में कुछ लोग नीतीश कुमार को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं. राजनीतिक रूप से जब जब नीतीश कुमार कमजोर हुए हैं, हमने उनको सहयोग करने का काम किया. आज कुछ लोग उपेंद्र कुशवाहा को गाली दे रहे हैं, लेकिन इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता.

नीतीश कुमार के आरोपों का उपेंद्र कुशवाहा ने किया खंडन
इस पर नीतीश कुमार उपेंद्र कुशवाहा के आरोपों का खंडन किया. उन्होंने कहा- हमारी पार्टी कमजोर नहीं हुई है. ये झूठे आरोप हैं. लोगों को जो कहना है, कहने दो. हमारी पार्टी का कोई भी व्यक्ति किसी अन्य पार्टी के संपर्क में नहीं है. उन्होंने कहा- मैंने किसी को नहीं रोका. नेता अपनी इच्छा से आ और जा सकते हैं.
रिपोर्ट: प्रणव राज