जामताड़ा : नारायणपुर प्रखंड में एकबार फ़िर जान जोखिम में डालकर महिलाएं सफ़ेद मिट्टी का उत्खनन कर रही है. गोविंदपुर-साहिबगंज मुख्य सड़क के मंझलाडीह में सड़क के दोनों औऱ बने पहाड़ीनुमा स्थान से स्थानीय महिलाएं सफ़ेद मिट्टी का उत्खनन कर रही है. उत्खनन के दौरान कई बार छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी है, इसके बावजूद महिलाएं अपने जान को जोखिम में डालकर सफ़ेद मिट्टी को केवल इसलिए अवैध रूप से उत्खनन कर रही है ताकि उनके घरों में पुताई-रँगाई कर सके. बाजार से चुना न खरीदना पड़े, बस यही बात महिलाओं के लिए मुसीबत बनकर सामने आ रही है.
बता दें कि बीते 5 अक्टूबर 2020 को इसी जगह उत्खनन के दौरान दबकर तीन महिलाओं की मौत हो गई थी. जिसके बाद जामताड़ा उपायुक्त की मौजूदगी में घंटों मशक्कत के बाद तीनों शवों को जेसीबी मशीन से मलबे को हटाकर उठानी पड़ी थी. प्रसाशन की मनाही के बाद भी लापरवाही का कार्य जारी है. हलाँकि मंझलाडीह के उस पहाड़ी से मिट्टी का उत्खनन प्रसाशनिक रूप से पूर्णतः अवैध है और गैरकानूनी भी है. समय-समय पर प्रसाशन लोगों को ऐसा करने से चेतावनी भी देते है, लेकिन इन सबसे परे हटकर आज भी स्थानीय महिलाएं जान जोखिम में डालकर सफ़ेद मिट्टी का उत्खनन कर रही है. स्थानीय और समाजसेवी मौलाना सिराजुद्दीन,जब्बार समेत अन्य लोगों ने कहा कि प्रसाशन को मंझलाडीह पहाड़ी से हो रहे अवैध सफ़ेद मिट्टी के उत्खनन पर रोक लगाने के लिए सख़्ती बरतनी चाहिए. क्योंकि जिस तरह महिलाएं जान जोखिम में डालकर फ़िर उत्खनन कर रही है इससे पुनः वर्ष 2020 की तरह घटना घटित होने से इनकार नही किया जा सकता.
रिपोर्ट : निशिकान्त मिस्त्री
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