Jhariya-भोजपुरी मगही को बोकारो और धनबाद का स्थानीय भाषा का दर्जा दिए जाने के विरोध में जोरापोखर पीला मैदान में हजारों की संख्या में जन आक्रोश रैली निकाली गयी.
आन्दोलनकारी मगही -भोजपुरी को बोकारो-धनबाद से स्थानीय भाषा श्रेणी से हटाने की मांग करते हुए सरकार विरोधी नारे लगा रहे थें. इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झरिया विधायक नीरज पूर्णिका का पुतला दहन भी किया गया. इसके साथ ही शाम में मशाल जुलूस निकाल कर मगही और भोजपुरी को स्थानीय भाषा की श्रेणी से हटाने की मांग की गयी.
बता दें कि मगही, भोजपुरी और अंगिका को बोकारो-धनबाद जिले में स्थानीय भाषा की श्रेणी में शामिल करते ही लगातार सरकार विरोधी प्रर्दशन की खबरे आ रही है, झारखंड भाषा मंच के बैनर तले इन भाषाओं को स्थानीय भाषा की श्रेणी से हटाने की मांग की जा रही है, अपने मांग के समर्थन में लाखों की संख्या में प्रर्दशनकारियों ने मानव श्रंखला भी निकाला था.
इस बीच शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने भी आन्दोलनकारियों की मांगों का समर्थन करते हुए भोजपुरी,मगही और अंगिका को स्थानीय भाषा की श्रेणी से हटाने का समर्थन किया था और यह आश्वासन दिया था कि इसे विधान सभा से पास नहीं होने दिया जाएगा.
रिपोर्ट-अनिल