रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की हलचल तेजी से बढ़ रही है। सभी प्रमुख पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी हैं, जिसमें राजधनवार विधानसभा सीट की चर्चा जोरों पर है। भाजपा ने इस सीट से प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को उम्मीदवार बनाया है, जो इस क्षेत्र के लिए एक हॉट सीट बन चुकी है।
बाबूलाल मरांडी फिलहाल धनवार से विधायक हैं और उनकी उम्मीदवारी को लेकर भाजपा की रणनीति स्पष्ट है—इस सीट को हर हाल में जीतना। इंडिया बंधन की ओर से झामुमो ने पूर्व विधायक निजामुद्दीन अंसारी को प्रत्याशी बनाया है, जो पहले बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम में रहे थे और उस पार्टी से चुनाव जीत चुके हैं।

इसके अलावा, भाकपा माले ने भी धनवार से पूर्व विधायक राजकुमार यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इस प्रकार, धनवार में अब मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। बाबूलाल मरांडी, निजामुद्दीन अंसारी और राजकुमार यादव के बीच मुकाबला रोचक और प्रतिस्पर्धात्मक होने की संभावना है।
धनवार सीट को कोडर्मा लोकसभा क्षेत्र में रखा गया है, जहां की सांसद केंद्रीय मंत्री अनपूर्ण देवी हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान, बाबूलाल मरांडी ने अनपूर्ण देवी के लिए प्रचार किया था, इसलिए इस बार उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर है। पिछले लोकसभा चुनाव में, अनपूर्ण देवी ने 17,425 वोट प्राप्त किए थे, जबकि भाकपा माले के विनोद सिंह को 7,333 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव की बात करें, तो 2019 में बाबूलाल मरांडी ने जेवीएम के अध्यक्ष के तौर पर 5,235 वोट प्राप्त किए थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के लक्ष्मण प्रसाद सिंह को 3,482 वोट मिले थे। ऐसे में, भाजपा को इस बार बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में मजबूत स्थिति में देखा जा रहा है।
धनवार की राजनीति में यह मुकाबला दिलचस्प मोड़ ले सकता है, खासकर बाबूलाल मरांडी के गृह क्षेत्र होने के कारण। अब देखना यह होगा कि क्या भाजपा अपनी स्थिति को मजबूत कर पाएगी या फिर इंडिया बंधन और भाकपा माले के उम्मीदवार किसी उलटफेर का काम कर पाएंगे।
















