रांची: झारखंड विधानसभा के बाहर मीडिया से बात करते हुए विधायक नवीन जायसवाल ने सरकार की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नई सरकार ने जनता से बड़े-बड़े वादे किए हैं, लेकिन इन वादों को जमीन पर उतारने की प्रक्रिया पर गंभीरता से नजर रखने की जरूरत है।
जायसवाल ने विधानसभा के दूसरे दिन स्पीकर के चयन और कल पेश होने वाले अनुपूरक बजट का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार का रोडमैप और जनता के लिए किए गए वादों का विश्लेषण कल स्पष्ट होगा। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड के युवाओं और महिलाओं के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अनियमितताओं का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पिछले पांच सालों में बालू, कोयला, पत्थर, और ब्लॉकों में व्यापक भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “भ्रष्टाचार हमेशा ऊपर से नीचे आता है, नीचे से ऊपर नहीं।”
जायसवाल ने झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में बालू की अनुपलब्धता की समस्या पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थियों को मकान निर्माण में दिक्कतें हो रही हैं, क्योंकि बालू की कीमतें इतनी ज्यादा हैं कि गरीब लोग अपने मकान नहीं बना पा रहे। उन्होंने कहा, “गांवों से महिलाओं का फोन आया कि बालू न मिलने से घर बनाना मुश्किल हो रहा है। ढाई लाख रुपये की मदद में अगर पूरा पैसा बालू पर खर्च हो जाए, तो ईंट और सीमेंट के लिए पैसा कहां से आएगा?”
इसके साथ ही उन्होंने सरकार से पोस्टरबाजी के बजाय जमीन पर ठोस काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार को दिखाना होगा कि वह जनता से किए वादों को पूरा कर सकती है।