रांची: झारखंड हाईकोर्ट को नया मुख्य न्यायाधीश मिल गया है। न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान ने मंगलवार को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से राजभवन में आयोजित समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वे झारखंड उच्च न्यायालय के 17वें मुख्य न्यायाधीश बने हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कई मंत्री, वरिष्ठ न्यायाधीश, प्रशासनिक अधिकारी और न्यायमूर्ति चौहान के परिवारजन भी मौजूद रहे। समारोह की गरिमा और संवैधानिक औपचारिकता के बीच राजभवन में एक विशेष माहौल देखने को मिला।
हिमाचल से झारखंड तक न्यायिक सफर
न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस के बाद सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश थे। उन्होंने शिमला से स्कूली शिक्षा प्राप्त की और पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से कानून की पढ़ाई पूरी की। वर्ष 2014 में वे अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए और उसी वर्ष स्थायी न्यायाधीश बनाए गए।
हिमाचल प्रदेश स्टेट बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत होकर उन्होंने अपने विधिक करियर की शुरुआत की थी। अपने न्यायिक कार्यकाल के दौरान उन्होंने न्यायिक मर्यादाओं और निष्पक्षता की सशक्त छवि प्रस्तुत की, जिसे झारखंड के न्यायिक क्षेत्र में अब नए रूप में देखा जाएगा।
राष्ट्रपति ने की नियुक्ति
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भारत के संविधान के अनुच्छेद 217(1) के तहत जारी किए गए नियुक्ति पत्र को समारोह में पढ़कर सुनाया गया। इसके बाद न्यायमूर्ति चौहान ने ईश्वर के नाम पर भारत के संविधान के प्रति निष्ठा और न्यायिक कर्तव्यों के निष्पक्ष निर्वहन की शपथ ली।
समारोह में दिखी गरिमा और उत्साह
राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल ने पुष्पगुच्छ और नियुक्ति पत्र सौंपकर न्यायमूर्ति चौहान का अभिनंदन किया। कार्यक्रम के अंत में सभी गणमान्य अतिथियों के लिए हाई-टी का आयोजन भी किया गया। समारोह में संवैधानिक मर्यादा, सामाजिक गरिमा और न्यायपालिका की प्रतिष्ठा की झलक स्पष्ट रूप से देखने को मिली।