Ranchi Desk : बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने जेएमएम पर बड़ा हमला बोला है। बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आज मीडिया को संबोधित करते हुए प्रदीप सिन्हा ने सोरेन परिवार की बहू को लेकर बड़ा सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सीता सोरेन कभी जेएमएम की नेता हुआ करती थी इसके साथ ही वह सोरेन परिवार की बहू भी है। उनके लिए इरफान अंसारी के द्वारा जिस तरह से अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया, क्या इसी तरह का बयान दूसरी बहू कल्पना सोरेन के ऊपर देने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा चुप रहता। क्या सोरेन परिवार विधायक इरफान के इस बयान का खंडन करेगा।
Jharkhand Politics : इरफान अंसारी के बयान पर स्पष्टीकरण दे जेएमएम-प्रदीप सिन्हा
नामांकन के बाद विधायक इरफान अंसारी द्वारा दिया गया बयान बेहद ही आपत्तिजनक है। उनका बयान उनकी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि उनका बयान औरत और लड़कियों के बारे में उनकी मानसिकता को उजागर करता है। उनके द्वारा कही गई बात सड़क छाप भाषा है। इस तरह की भाषा वही लोग इस्तेमाल करेंगे, जिनके संस्कार इस तरह के हैं।
सिन्हा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मानती है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा को इरफान अंसारी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही, चुनाव आयोग को भी इस बयान का संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि चुनाव के दौरान भाषा की मर्यादा बनी रहे।
चुनाव आयोग इस बयान को संज्ञान में लेकर करें विधिसम्मत कार्रवाई
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कोई प्रतिपक्ष इस तरह की भाषा का यदि इस्तेमाल करेगा तो हमारे कार्यकर्ताओं से भी शालीनता वाली व्यवहार की अपेक्षा ना ही करें, क्योंकि यदि आप किसी को उकसाने की कोशिश करेंगे तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे। हमारे कार्यकर्ताओं ने भी चूड़ी नहीं पहन रखी है। इसका जवाब उन्हें सड़क पर मिलेगा और जनता के बीच भी।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव में उनके चेहरे को एक्सपोज करेंगे कि किस तरह से वे महिला विरोधी हैं। उनकी सोच क्या है। इस मामले में जेएमएम की चुप्पी यह दर्शाती है कि किसी विशेष वर्ग से आने की वजह से ही उसकी घिग्घी बंध जाती है। कहीं ना कहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा भी सवालों के घेरे में है, उन्हें स्पष्टीकरण देना होगा।
आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रति अपनी आपत्ति दर्ज कराकर इस भाषा के लिए कहीं ना कहीं संदेश देने की आवश्यकता है कि महिलाओं का सम्मान सुरक्षित रहे। महिलाओं के प्रति जो आदर का भाव समाज में है, उसको अगर कोई धूमिल करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
मदन सिंह की रिपोर्ट—-