पलामू : पलामू प्रमंडल में प्रतिबंधित नक्सली जेजेएमपी अब कमजोर पड़ने लगा है. लगातर पुलिसिया कार्यवाई के बाद अब संगठन की कमर टूटने लगी है. जेजेएमपी संगठन में मात्र अब 50 से 70 की संख्या में नक्सली रह गए हैं. जेजेएमपी के खिलाफ पुलिस की लगातार अभियान के बाद जेजेएमपी के टॉप नेताओं को अब चिंता में डाल दिया है.
जब से पुलिस के साथ मुठभेड़ होने और कई हार्डकोर नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद जेजेएमपी संगठन को लगातार डर सता रहा है. सूत्रों के माने तो संगठन के सुप्रीमो पप्पू लोहरा और सुशील उरांव के सामने आगे कुआं, पीछे खाई वाली स्थिति हो गई है. क्योंकि संगठन के आधा से अधिक हार्डकोर लगभग पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं या मारे गए हैं, जेजेएमपी के टॉप नेताओं ने टॉप कमांडर सुशील उराव को कुछ इलाके में संगठन संभालने कमान दे दिया है.
सुशील उरांव लगातार मनिका,रामगढ़ हेहेगड़ा, इलाके में युवाओं को जोड़ने का प्रयास कर रहा है. साथ हीं सभी कैडर को हथियार चलाने की भी ट्रेनिंग दे रहे है. इधर पुलिस लगातार इनामी टॉप जेजेएमपी नक्सलियों को पकड़ने के लिए तलाश कर रही है. जिस पर झारखंड सरकार के अनुसार JJMP सुप्रीमो पप्पू लोहरा पर पुलिस ने 10 लाख रुपये का इनाम पूर्व से घोषित किया है. वहीं, बिरबल उरावं उर्फ सुशील उरांव तथा लवलेश जी उर्फ लवलेश गंझू पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम पुलिस ने रखा है. जबकि शिवा सिंह, गणेश लोहरा उर्फ विकास जी भगवान व शिवपूजन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम पुलिस ने पूर्व से घोषित कर रखा है. पप्पू लोहरा सदर थाना क्षेत्र के कोने, सुशील उरांव मनिका, लवलेश गंझू बालुमाथ थाना क्षेत्र के कुरियाम खुर्द, शिवा सिंह सदर थाना क्षेत्र के जेर, गणेश लोहरा पलामू जिला के पांकी थाना क्षेत्र के मतली और शिवपूजन गढ़वा जिला के ढोलकदवा गांव का रहने वाला है.
रिपोर्ट: संजीत यादव
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