बिहार-झारखंड की संयुक्त टीम ने यहां की बड़ी कार्रवाई …

साहिबगंज: बिहार और झारखंड के वन विभाग के पदाधिकारी सहित स्थानीय प्रशासन ने मुफ्फसिल थानाक्षेत्र के लालबथानी गांव में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की है. दोनों राज्यों के विभागीय पदाधिकारियों के संयुक्त तत्वाधान में वन विभाग की टीम ने मिर्जाचौकी में बड़ी कार्रवाई की है. पदाधिकारियों और स्थानीय थाना प्रभारी की मौजूदगी में पांच अवैध आरा मिलों को ध्वस्त किया गया है. साथ ही सभी आरा मिलों की लकड़ियों को जब्त कर लिया गया है. झारखंड-बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र मिर्जाचौकी चौक के आस-पास अवैध रूप से लकड़ी का कारोबार संचलित था. जिसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को थी. लेकिन कुछ क्षेत्र बिहार में आने के कारण कार्रवाई में रूकावट आ रही थी. साहिबगंज के वन विभाग के पदाधिकारी ने इस संबंध में बिहार के संबंधित पदाधिकारी से पत्राचार किया. पत्राचार के बाद बिहार राज्य के पदाधिकारी को कार्रवाई के लिए नियुक्त कर साहिबगंज भेजा गया. जिसके बाद दोनों राज्यों के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पांच आरा मिल को जेसीबी से ध्वस्त किया और तीन आरा मिलों के लकड़ियों को पुलिस ने मौके से जब्त कर लिया है.

इस कार्रवाई में मुख्य रूप से साहिबगंज वन विभाग की टीम, मिर्जाचौकी पुलिस और बिहार वन विभाग के पदाधिकारी शामिल दिखे. आरा मिलों को ध्वस्त करने के बाद लकड़ियों को जब्त कर ट्रैक्टर से मिर्जाचौकी थाना भेज दिया गया है. जिन आरा मिलों पर कार्रवाई हुई है, उनके संचालकों में मुख्य रूप से सिकंदर पंडित, तेज नारायण शर्मा, करिमन अंसारी, सुभाष यादव और दिनेश पंडित शामिल हैं.

इस कार्रवाई के दौरान आरा मिल मालिक तेज नारायण की बेटी ने विरोध जताया. लेकिन वन विभाग की टीम ने उसके विरोध को गलत बताते हुए कार्रवाई पूरी की.

इस संबंध में कार्रवाई के बाद साहिबगंज डीएफओ मनीष तिवारी ने बताया कि इस क्षेत्र में बहुत सारे अवैध आरा मिलों के संचालन की सूचना लगातार प्राप्त हो रही थी. यहां के स्थानीय लोग अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कर, उसका उपयोग आरा मिल में करते हैं. जिसके कारण ये कार्रवाई करनी पड़ी. इस तरह की जो भी सूचना प्राप्त होगी, उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

रिपोर्ट- अमन

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