गढ़वा: जिले के खरौंधी थाना क्षेत्र के हुसरु गांव की विश्वनाथ उरांव की पुत्री साध्वी नीलम अपने घर के पास स्थित मंदिर से विगत 16 मई को रात्रि मे गायब होने के बाद 72 दिनों के बाद घर पहुंची. इधर नीलम के पिता विश्वनाथ उरांव ने बताया कि मंदिर से अंतरध्यान होने से पहले अपनी मां अमरावती देवी एवं भाई गौतम उरांव को बताया था कि हम गुफा मे जाने वाले हैं आपलोग मंदिर को क्षत विक्षत मत होने दिजिएगा.
इसके बाद नीलम 16 मई की रात मे अचानक गायब हो गई. इसके बाद हमलोंगो ने यूपी मे झारखंड बार्डर पर स्थित गुप्ता धाम के गुफा मे जाकर चार बार खोजबीन किया परंतु उसका कुछ पता नहीं चला. इसके बाद 27 जुलाई को पत्नी अमरावती देवी के स्वप्न मे आकर बताई कि हम गुप्ताधाम मे हैं. हम नागिन के रुप मे हैं.
इसके बाद नीलम की मां अमरावती देवी एवं भाई गौतम गुफा मे लगभग 40 मीटर अंदर गए . तो जय मां काली, जय मां काली की आवाज सुनाई दिया. इसके बाद गुफा मे स्थित शिवलिंग के पास नीलम को पाया. इस बीच नीलम ने बताया कि अभी हम नागिन के स्वरुप मे हैं आपलोग अखंड कीर्तन कराइए इसके बाद ही हम वास्तवीक शरीर मे लौटेंगे.
इसके बाद गुफा के अंदर 12 घंटा कीर्तन कराया गया तब जाकर नीलम अपने वास्तवीक शरीर मे लौट कर मंदिर आ गई. गुप्ता धाम से हुसरु आने के दौरान नीलम को देखने के लिए लोंगो की भारी भींड़ देखी गई. उरांव ने बताया कि नीलम 72 दिनों तक बिना अन्न जल के ही गुफा मे रहीं.