बक्सर : ऑपरेशन सिंदूर में घायल सेना का जवान सुनील यादव का शव रविवार के उनके पैतृक गांव बिहार के बक्सर जिला के चौसा के नरबतपुर गांव आया। तिरंगे में लिपटा उनका शव जैसे ही गांव पहुंचा तो हर आंख नम हो गई। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए नरबतपुर से रानी घाट तक आठ किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई। बाइक सवार युवाओं की टोली, हाथों में तिरंगा और गगनभेदी नारों के बीच पूरा इलाका देशभक्ति में डूब गया। ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ के जयघोषों से वातावरण गूंज उठा। बक्सर डीएम डॉक्टर विद्यानंद सिंह एवं एसपी शुभम आर्य ने इन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। साथ में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
Highlights
सुनील यादव अमर रहे नारों से पूरा गांव गूंज उठा, सीजफायर के दौरान हो गए थे घायल
वहीं इस दौरान सुनील यादव अमर रहे नारों से पूरा गांव गूंज उठा। चौसा निवासी भारतीय सेना के जवान सुनील सिंह यादव ने बुधवार को इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। वे पिछले महीने नौ मई को पाकिस्तानी ड्रोन हमले में घायल हो गए थे और तब से लगातार उनका इलाज चल रहा था। बता दें कि सुनील यादव जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में तैनात थे। घायल होने के बाद पहले उन्हें स्थानीय सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर 15 मई को एयरलिफ्ट कर उधमपुर आर्मी हॉस्पिटल में स्थानांतरित किया गया। तमाम कोशिशों के बावजूद सेना का यह वीर जवान देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। शहादत की खबर सुनते ही गांव में मातम छाया हुआ है। सुनील सिंह अपने पीछे पत्नी, दो बेटे और एक बेटी छोड़ गए हैं। उनका साहस, समर्पण और देशभक्ति हमेशा के लिए गांव, राज्य और देश के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा। गांव के हर कोने में अब सिर्फ एक ही नाम गूंज रहा है, शहीद सुनील सिंह अमर रहें।
यह भी पढ़े : Operation Sindoor में घायल जवान शहीद, CM ने जताई शोक संवेदना
यह भी देखें :
धीरज कुमार की रिपोर्ट