सीतामढ़ी : बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. यहां शराब रखना, बेचना या मंगवाना कानूनन अपराध है. शराबबंदी कानून को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी काफी सख्त हैं. शराब पीने वाले और शराब के धंधों से जुड़े लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों समाज में फैली कुरीतियों जैसे शराब का सेवन, बाल विवाह, दहेज प्रथा का विरोध करने के लिए समाज सुधार अभियान पर निकले हैं. जहां वो जिलों में घूम-घूमकर लोगों को शराब पीने के नुकसान बता रहे हैं.
वहीं शुक्रवार की मध्य रात के समाप्त होते ही 2021 वर्ष की समाप्ति हो गई. जिसके बाद नए साल 2022 का आगमन हो चुका है. वहीं देर रात से ही लोग नए साल के आगमन का जश्न मनाने में लगे हैं. बिहार में भले ही शराबबंदी हो, लेकिन सीतामढ़ी में युवकों का इस पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है. फर्स्ट जनवरी की सुबह बिहार के सीतामढ़ी जिले के कुछ युवकों द्वारा सोशल नेटवर्किंग साइट पर शराब के पार्टी करते हुए एक वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. जिले के रीगा थाना क्षेत्र अंतर्गत बसंतपुर मध्य विद्यालय में नए साल पर स्कूल में रात भर जाम छलकाया गया.
वायरल वीडियो में करीब 6 की संख्या में शराब और मांस का सेवन करते युवक दिखाई दे रहे हैं. होम थिएटर पर गाना बजाते हुए सभी युवक जमकर मस्ती कर रहे हैं. इन लोगों के चेहरे पर पुलिस का कोई डर नहीं दिख रहा है. युवक सरेआम कह रहे हैं कि जेल तो मेरा ससुराल है, घूमने तो जाऊंगा ही.
वीडियो वायरल होने के बाद इसकी खबर स्थानीय थाना को भी लगी. इस मामले पर रीगा थानाध्यक्ष संजय कुमार ने भी वही बात कही जो हमेशा किसी अपराधी के द्वारा घटना के घट जाने के बाद अक्सर पुलिस वालों से उम्मीद की जाती है. रीवा थाना अध्यक्ष ने कहा कि वीडियो मेरे पास आया है. जांच की जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने पर सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय लोगों के मुताबिक स्कूल में अंधेरा होने की वजह से यहां शराबी लोगों का अड्डा बन गया है. आये दिन यहां शराब पार्टी होती रहती है.
रिपोर्ट : शक्ति
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