गिरिडीह- दो अगस्त को धनबाद के बरवाअड्डा से कोयला लोड ट्रक की चोरी में नया खुलासा हुआ है। घटना के तीन दिनों बाद सदर एसडीपीओ अनिल सिंह और ताराटांड थाना प्रभारी विकास पासवान ने प्रेसवार्ता कर बताया कि गिरिडीह के कोयला कारोबारी सह जय माता दी ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक विश्वजीत उर्फ गुड्डु सिंह ने ताराटांड थाना में कोयला लोड ट्रक चोरी होने का केस दर्ज कराया था। ताराटांड थाना पुलिस जांच में जुटी, तो एक साथ कई पहलू सामने आएं। पुलिस के मुताबीक ट्रक को गायब करने की योजना खुद ट्रक मालिक ने ही तैयार किया था। गिरिडीह से धनबाद के बीच के सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, तो पूरे रास्ते में हार्डकोक कोयला लोड ट्रक कहीं नजर नहीं आया। शक बढ़ने पर चालक आजाद से पूछताछ की गई। पूछताछ में आजाद ने सारी बातों को कबूलते हुए ट्रक चोरी में अपनी संलिप्तता के साथ ही ट्रक मालिक नेजामुद्दीन अंसारी और दिलदार अंसारी और रिऋी शर्मा के शामिल होने की जानकारी दी। फिलहाल रिऋी और दिलदार गिरिडीह पुलिस के गिरफ्त से बाहर है। पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए तीनों ने मिलकर चालक आजाद को बड़कीटांड के जंगल में एक पेड़ से बांध दिया था। चालक के निशानदेही पर मालिक नेजामुद्दीन को गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी तो कोयले को धनबाद के निरसा स्थित एक हार्डकोक प्लांट में एक लाख 20 हजार बेचने और कोयला बेचने के बाद ट्रक को बगोदर के टोल प्लाजा में खड़ा करने का खुलासा हुआ। प्रेसवार्ता के दौरान अधिकारियों ने बताया कि नेजामुद्दीन ने अपने इस ट्रक में कोयला लोड कराकर हल्दिया पोर्ट भेजा था। जहां से कोयले के रैक को कहीं और जाना था। इस दौरान ट्रक के सारे दस्तावेज नहीं रहने के कारण यह वापस लौट गया। लेकिन मालिक ने कोयला चोरी करने का योजना बनाया और चार दिनों तक ट्रक को कहीं और छिपाकर रखा। ट्रक मालिक के पास से कोयला बिक्री से प्राप्त 50 हजार की राशि बरामद कर ली गई है।
Thursday, August 7, 2025
Latest News
Related Posts
Loading Live TV...