पिछड़ों के साथ धोखा है पंचायत चुनाव, आरक्षण के लिए जरुरी था ट्रिपल टेस्ट
- ओबीसी के लिए आरक्षित पद समाप्त किए जाने के लिए सरकार जिम्मेदार
- आरक्षण के लिए जरुरी था ट्रिपल टेस्ट
Ranchi– आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने राज्य में होने वाले पंचायत चुनाव में ओबीसी के लिए आरक्षित विभिन्न स्तर के हजारों पदों को समाप्त किए जाने के लिए सीधे तौर पर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह पिछड़ा वर्ग के साथ धोखा है.
आखिरकार वहीं हुआ जिसका अन्देशा था. पिछड़ों के आरक्षण के लिए जरुरी था कि चुनाव के पहले ट्रिपल टेस्ट करवाया जाय, लेकिन सरकार ने पिछड़ों को धोखा दिया, ट्रिपल टेस्ट नहीं करवाया और इसके साथ ही पंचायत चुनाव में पिछड़ों का आरक्षण का मामला लटक गया.
अब अलग-अलग कारणों से ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों को भी अनारक्षित किया जा रहा है, यानी पंचायत में प्रतिनिधित्व करने का जो भी मौका था, उसे छीना जा रहा है.
उन्होंने कहा है कि विधानसभा के बजट सत्र और सदन के बाहर हम इसी बात पर जोर देते रहे कि पंचायत चुनाव से पहले ओबीसी आरक्षण तय करने के लिए ट्रिपल टेस्ट कराया जाए. जब इतने समय तक पंचायत चुनाव टाला गया तो और इसे कुछ और महीने टाला जा सकता था. ट्रिपल टेस्ट के बाद ही पंचायत चुनाव करवाया जाता. लेकिन सरकार ने हमारी मांग को सिरे से नकार दिया. ओबीसी को महज 14 फीसदी आरक्षण प्राप्त है, जबकि इस वर्ग की आबादी 51 फीसद है. आरक्षण बढ़ाने की मांग पुरानी है और सरकार इधर-उधर की बातें कर इस मुद्दे पर स्पष्ट निर्णय लेने से बच रही है