हजारीबाग. शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लेबर वार्ड में लगातार मरीजों से डिलीवरी कराने के नाम पर वहां के कर्मियों के द्वारा पैसे की वसूली की जाती है। यह आरोप कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के स्टेट कोऑर्डिनेटर सुजीत नागवाला ने लागया है और उन्होंने इसको लेकर हजारीबाग के उपायुक्त और सुबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पत्र लिखा है।
हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वसूली
उन्होंने बताया कि आज सुबह लगभग 3:00 बजे हमलोगों ने अपने ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष दीपक गुप्ता की पत्नी की डिलीवरी कराने के लिए शेख भिखारी अस्पताल पहुंचे तो पाए कि जितने भी मरीज वहां एडमिट थे, उन लोगों से वहां के कर्मियों के द्वारा लड़का होने पर 1800 रुपये से 2000 रुपये और लड़की होने पर 1000 रुपये से 1500 रुपये की वसूली की जा रही थी, जिसकी सूचना मैं तत्काल अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. विनोद कुमार सिंह को फोन के द्वारा दी है।
उन्होंने बताया कि लेबर वार्ड की इंचार्ज सुनीता टोप्पो पिछले कई वर्षों से लेबर वार्ड में ही पदस्थापित है। स्टाफों की ड्यूटी बदलती रहती है, लेकिन सुनीता टोप्पो की ड्यूटी लगातार लेबर वार्ड में ही बनी रहती है, जो यह स्पष्ट बताता है कि अस्पताल प्रशासन की मिलीभगत से वसूली किया जा रहा है, जिसमें आउटसोर्सिंग कंपनी राइडर को सामने रखकर पूरा खेल को अंजाम दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पूर्व में भी कई बार इस तरह के मामले की लिखित सूचना अस्पताल अधीक्षक को दिया गया है, लेकिन आज तक सुनीता टोप्पो पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। झारखंड सरकार जहां एक ओर गरीबों के इलाज के लिए कृत संकल्पित है, वहीं दूसरी ओर हजारीबाग शेख मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लेबर वार्ड के कर्मियों के द्वारा इस तरह का किया जा रहा कारनामा कहीं ना कहीं लोगों को दिग्भ्रमित और झारखंड सरकार को बदनाम करने का काम कर रहा है।
उन्होंने बताया कि सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता और झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार झारखंड के गरीबों के लिए तरह-तरह की योजनाएं ला रहे हैं, जिससे उनका इलाज और भी बेहतर तरीके से हो सके, लेकिन उसके बावजूद शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कुछ कर्मी अपने इन व्यवहारों से झारखंड सरकार की योजनाओं को पानी फेरने में लगे हुए हैं। इस पूरे मामले की जानकारी कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के स्टेट कोऑर्डिनेटर सुजीत नागवाला ने पत्र के माध्यम से उपायुक्त हजारीबाग को दी है। साथ ही सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को भी दी है और कार्रवाई का आग्रह किया है।
हजारीबाग से शशांक शेखर की रिपोर्ट