बेगूसराय : बिहार में शराबबंदी है, इसके बावजूद भी शराब माफिया खुलेआम शराब बनाने और बेचने का काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर बेगूसराय में शराब माफियाओं का गुंडागर्दी उस समय देखने को मिला। जब गांव के लोगों ने शराब बेचने और बनाने से मना किया तो इसी से नाराज होकर शराब माफियाओं ने ग्रामीण पर हमला कर दिया। इस हमले में मुखिया पुत्र समेत पांच लोग घायल हो गए। जिसका इलाज बेगूसराय के सदर अस्पताल में चल रहा है। वहीं शराब माफियाओं के हमले के बाद ग्रामीण उग्र हो गए और दोस्त शराब माफियाओं को लोगों ने पकड़ कर बंधक बना लिया। वहीं इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है और तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। यह पूरा मामला सिंघौल थाना क्षेत्र के कमरुद्दीनपुर गांव की है।
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पंचायत बुलाकर लिया गया था फैसला कि कोई न शराब बेचेगा ना ही पियेगा – मुखिया सुरेश यादव
इस घटना के संबंध में गांव के मुखिया सुरेश यादव ने बताया है कि गांव में एक पंचायत बुलाकर उस पंचायत में फैसला लिया गया था कि जो भी लोग शराब बना रहे हैं और पी रहे हैं उसको मना किया जाए। उन्होंने बताया है कि फैसला लेने के बाद इस गांव में कुछ लोग शराब खुलेआम बनाकर बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी लोग एकत्रित होकर गांव में घूम-घूमकर लोगों से शराब पीने और बेचने को मना किया जा रहा था। तभी गांव के ही शराब बनाने वाले युवक ने सभी लोगों पर हमला कर दिया। उन्होंने बताया है कि इस हमले में मेरे पुत्र समेत पांच लोग घायल हो गए हैं।
गुस्साए लोगों ने शराब बनाने वाले 2 व्यक्ति को पकड़कर जमकर की पिटाई
वहीं इस हमले से गुस्साए लोगों ने शराब बनाने वाले दो व्यक्ति को पकड़ कर जमकर पिटाई कर दी और उसे बंधक बना लिया। वहीं लोगों का कहना है कि खुलेआम कमरुद्दीनपुर गांव में शराब माफियाओं बोलबाला है। पुलिस की मिलीभगत से खुलेआम शराब बेचने और बनाने का काम कर रहे हैं। गांव के युवा पीढ़ी और बुजुर्ग व्यक्ति शराब का शिकार हो रहे हैं। तभी गांव के मुखिया के द्वारा एक निर्णय लिया गया था कि एक बार गांव के लोगों के साथ बैठककर जो लोग यहां शराब बनाते हैं और बेचते हैं, उसको चेतावनी देकर बंद किया जाए।
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शराब पीना गुनाह है और बेचना अपराध है – लोग
उन्होंने बताया है कि पंचायत होने के बाद सभी लोग हर मोहल्ले में जाकर लोगों से अपील की कर रहे थे कि शराब पीना गुनाह है और शराब बेचना और बनाना भी अपराध है। इसी से नाराज होकर शराब माफियाओं ने पूरे ग्रामीण पर हमला बोल दिया। उन्होंने बताया कि बिहार में शराबबंदी है। इसके बावजूद भी शराब बनाने वाला का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि खुलेआम शराब बनाकर बेचने का काम कर रहे हैं। गांव के लोग इस शराब माफिया से काफी परेशान हैं। फिलहाल इस घटना की सूचना मिलते ही कई थाने के पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को समझाने बुझाने में लगे हुई हैं। वहीं इस घटना के बाद गांव में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। फिलहाल घटनास्थल पर कई थाने के पुलिस पहुंचकर कैंप कर रही है।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है – सदर DSP सुबोध कुमार
इस घटना के संबंध में सदर डीएसपी सुबोध कुमार ने बताया है कि कमरुद्दीनपुर गांव में वार्ड पार्षद सुरेश यादव के द्वारा ग्रामीण के साथ एक बैठक कर निर्णय लिया था कि इस गांव में अगर शराब बेचने और बनाने का जो काम चल रहा है जागरूकता के माध्यम से बंद करने का अपील करने का निर्णय लिया था। इसी बीच आज जब वार्ड पार्षद के पुत्र सहित कई ग्रामीण मोहल्ले मोहल्ले जाता जागरूकता अभियान चला रहा था। तभी गांव के शराब बेचने वाले युवक के साथ झड़प हो गया। बात इतना बढ़ गया कि काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। उन्होंने बताया है कि उग्र ग्रामीण ने दो व्यक्ति को घंटे तक बंधक बना कर रखा। पुलिस मौके पर जाकर समझा बूझकर मामला को शांत कराया और दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
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अजय शास्त्री की रिपोर्ट